देहरादून: उत्तराखंड के सबसे बड़े राजकीय दून मेडिकल कॉलेज में 24 घंटे इमरजेंसी सर्विस दिए जाने का भले ही दावा किया जाता है पर हकीकत में इमरजेंसी की व्यवस्थाएं पटरी पर नहीं आ पा रही हैं. यहां रात के समय आने वाले मरीजों को समय पर इलाज लेने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ती है.
इतना ही नहीं ज्यादातर मरीजों को रात के समय कहीं और रेफर किए जाने के मामलों पर भी लगाम नहीं लग पा रही है. बीते मंगलवार रात को सहारनपुर से दून अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे तीन वर्षीय बच्चे को भर्ती करने में देरी की गई. बच्चे की मां इधर-उधर भटकती रही लेकिन बच्चे को भर्ती तक नहीं किया गया. लगभग 17 घंटे बाद बुधवार दोपहर में मासूम को भर्ती किया गया. इस संबंध में अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ अनुराग अग्रवाल ने आपातकालीन विभाग को नोटिस जारी किया है.
अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ अनुराग अग्रवाल ने कहा मामले की प्रारंभिक जांच की गई है. बच्चे का सीटी स्कैन भी किया गया था, लेकिन रात्रि के समय अल्ट्रासाउंड की सुविधा नहीं है. ऐसे में न्यूरो के चिकित्सक ने बच्चे को देखा. फिलहाल उसे न्यूरो वार्ड में एडमिट किया हुआ है. न्यूरो सर्जन की देखरेख में उसका इलाज चल रहा है. अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट अनुराग अग्रवाल ने कहा बच्चे को भर्ती करने में देरी की गई थी. जिसको लेकर इमरजेंसी विभाग को अस्पताल प्रबंधन ने नोटिस दिया है. अस्पताल प्रबंधन ने इमरजेंसी स्टाफ से यह भी कहा है कि किसी भी मरीज को रेफर नहीं किया जाए.
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