पटना: पिछले कई दिनों से अस्पतालों में चल रहे अनिश्चितकालीन बहिष्कार के दौरान मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मसौढ़ी में NHM कर्मियों ने स्वास्थ्य मंत्री का पुतला दहन कर विरोध जताया. कर्मियों का कहना है कि सरकार कर्मचारियों के साथ मानसिक प्रताड़ना के लिए तीन बार उपस्थिति दर्ज करने का फरमान जारी किया गया है.
NHM कर्मियों ने फूंका स्वास्थ्य मंत्री का पुतला: वहीं प्रकाश कुमार ने कहा कि एक तरफ कर्मचारियों की संख्या कम होती जा रही है, दूसरी तरफ FRAS (Face Recognition Attendance System) से हाजिरी बनाने की फरमान जारी किया जा रहा है, जो अव्यवहारिक विवेकहीनता को दिखाता है. इस फैसले को सरकार जल्द जल्द वापस ले ताकि सभी कर्मचारी मानसिक आजादी महसूस कर सके.वहीं सोनेलाल और राजेश्वर प्रसाद ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति के द्वारा FRAS से उपस्थिति दर्ज कराने के आदेश पत्र को जलाकर सभी ने विरोध किया है.
"अस्पतालों में काम कर रहे संविदा कर्मियों को राज्यकर्मी का दर्जा देना, बकाया चार महीना का मानदेय देने के साथ-साथ थ्री टाइम्स अटेंडेंस के नियम को रद्द करने की हमारी मांग है. जब तक हमारी मांगें पूरी नहीं होगी, तबतक अस्पतालों में विरोध प्रदर्शन चलता रहेगा."- प्रकाश कुमार, प्रखंड मंत्री, बिहार राज्य जन चिकित्सा कर्मचारी संघ
क्या है मामलाः राज्य स्वास्थ्य समिति ने फेस रिकागनिशन एटेंडेंस सिस्टम का निर्देश दिया है और तीन बार हाजिरी बनाने को कहा गया है. सभी स्वास्थ्य संस्थानों में कार्यरत NHM कर्मी 22 जुलाई से अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार पर हैं. मंगलवार को आदेश की प्रतियों को विभिन्न संस्थानों के मुख्यालयों पर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया.
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