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लखनऊ के ठाकुरगंज अस्पताल में बनेगी नई इमरजेंसी, ओटी और पैथोलॉजी शिफ्ट होगी - THAKURGANJ HOSPITAL IN LUCKNOW

टीबी अस्पताल में गंभीर मरीजों के लिए बेड की क्षमता बढ़ाकर 20 की जाएगी.

लखनऊ के ठाकुरगंज अस्पताल
लखनऊ के ठाकुरगंज अस्पताल (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Jan 4, 2025, 12:32 PM IST

लखनऊ: राजधानी के ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय (टीबी अस्पताल) में 5.97 करोड़ रुपये से नई इमरजेंसी बनेगी. इसमें गंभीर मरीजों के लिए 10 बेड की क्षमता को बढ़ाकर 20 किया जाएगा. 20 जनवरी तक तीन मंजिल की नई इमरजेंसी का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. आगे इसमें बेड की संख्या और बढ़ाई जाएगी. यहां एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) के अलावा सभी में नई मशीनें लगवाई जाएंगी. कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल इसका निर्माण करेगी. मौजूदा इमरजेंसी टिन शेड में संचालित होती है. इसे ढहाकर एक हजार स्क्वॉयर फुट में नई इमारत तैयार की जाएगी.

टीबी अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि सभी तल पर लिफ्ट लगने के साथ रैप भी बनाए जाएंगे. सभी बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई पॉइंट होंगे. अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में फिलहाल गंभीर मामलों में दस मरीजों को बेड या स्ट्रेचर पर लिटाकर ट्रीटमेंट दिया जाता है. इसके अलावा सीपीआर रूम में भी एक समय में दो मरीजों और छोटी माइनर ओटी में दो मरीज और बाकी की जगह में चार से पांच मरीजों को इलाज मिल जाता है.


मल्टी स्पेशियलिटी सुविधाएं: हाई डिपेंडेंसी यूनिट से गंभीर मरीजों को मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी. एचडीयू वॉर्ड का हर बेड मॉनीटर सिस्टम और बाईपैप मशीन से जुड़ेगा. ऑपरेशन के दौरान हृदय रोग, सांस, धड़कन संबंधी दिक्कत होने पर अब मरीजों को बड़े सरकारी सेंटर पर रेफर नहीं करना पड़ेगा. यहां पर भर्ती मरीजों की निगरानी के लिए नियमित तौर पर एक ईएमओ की ड्यूटी भी रहेगी.


ओल्ड ब्लॉक में शिफ्ट होगी मौजूदा इमरजेंसी: सीएमएस ने बताया कि निर्माण कार्य तक मौजूदा इमरजेंसी ओल्ड ब्लॉक में शिफ्ट की जाएगी. नई इमरजेंसी से पुराने लखनऊ के लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी. अभी तक मरीज को ट्रॉमा रेफर करना पड़ता है, जहां पहले से ही क्रिटिकल मरीजों का बोझ अधिक रहता है.


क्या होगी हाई डिपेंडेंसी यूनिट की खासियत: हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) अस्पताल का एक विशेष वॉर्ड होता है, जहां गंभीर मरीजों का इलाज होता है. एचडीयू को स्टेप-डाउन यूनिट या प्रोग्रेसिव केयर यूनिट भी कहा जाता है. यह डिपेंडेंसी यूनिट पूरी तरह से वातानुकूलित होगी. इस वॉर्ड में आठ बेड की सुविधा रहेगी.



इस तरह रहेगी नई इमरजेंसी

  1. ग्राउंड फ्लोर: इमरजेंसी ओपीडी, माइनर ओटी, इमरजेंसी वॉर्ड में 10 बेड और ड्यूटी रूम.
  2. फर्स्ट फ्लोर : आठ बेड का एसडीयू, पैथॉलजी और एक्स-रे, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के रेस्ट रूम भी रहेंगे.
  3. सेकंड फ्लोर: मेजर ऑपरेशन थिएटर (ओटी), ऑपरेशन के बाद मरीज को शिफ्ट करने के वॉर्ड के अलावा चार बेड अलग से रहेंगे. मोर्चरी भी रहेंगी.

लखनऊ: राजधानी के ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय (टीबी अस्पताल) में 5.97 करोड़ रुपये से नई इमरजेंसी बनेगी. इसमें गंभीर मरीजों के लिए 10 बेड की क्षमता को बढ़ाकर 20 किया जाएगा. 20 जनवरी तक तीन मंजिल की नई इमरजेंसी का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. आगे इसमें बेड की संख्या और बढ़ाई जाएगी. यहां एचडीयू (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) के अलावा सभी में नई मशीनें लगवाई जाएंगी. कार्यदायी संस्था यूपीपीसीएल इसका निर्माण करेगी. मौजूदा इमरजेंसी टिन शेड में संचालित होती है. इसे ढहाकर एक हजार स्क्वॉयर फुट में नई इमारत तैयार की जाएगी.

टीबी अस्पताल के सीएमएस डॉ. एसपी सिंह ने बताया कि सभी तल पर लिफ्ट लगने के साथ रैप भी बनाए जाएंगे. सभी बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई पॉइंट होंगे. अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में फिलहाल गंभीर मामलों में दस मरीजों को बेड या स्ट्रेचर पर लिटाकर ट्रीटमेंट दिया जाता है. इसके अलावा सीपीआर रूम में भी एक समय में दो मरीजों और छोटी माइनर ओटी में दो मरीज और बाकी की जगह में चार से पांच मरीजों को इलाज मिल जाता है.


मल्टी स्पेशियलिटी सुविधाएं: हाई डिपेंडेंसी यूनिट से गंभीर मरीजों को मल्टी स्पेशियलिटी अस्पताल जैसी सुविधाएं मिल सकेंगी. एचडीयू वॉर्ड का हर बेड मॉनीटर सिस्टम और बाईपैप मशीन से जुड़ेगा. ऑपरेशन के दौरान हृदय रोग, सांस, धड़कन संबंधी दिक्कत होने पर अब मरीजों को बड़े सरकारी सेंटर पर रेफर नहीं करना पड़ेगा. यहां पर भर्ती मरीजों की निगरानी के लिए नियमित तौर पर एक ईएमओ की ड्यूटी भी रहेगी.


ओल्ड ब्लॉक में शिफ्ट होगी मौजूदा इमरजेंसी: सीएमएस ने बताया कि निर्माण कार्य तक मौजूदा इमरजेंसी ओल्ड ब्लॉक में शिफ्ट की जाएगी. नई इमरजेंसी से पुराने लखनऊ के लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी. अभी तक मरीज को ट्रॉमा रेफर करना पड़ता है, जहां पहले से ही क्रिटिकल मरीजों का बोझ अधिक रहता है.


क्या होगी हाई डिपेंडेंसी यूनिट की खासियत: हाई डिपेंडेंसी यूनिट (एचडीयू) अस्पताल का एक विशेष वॉर्ड होता है, जहां गंभीर मरीजों का इलाज होता है. एचडीयू को स्टेप-डाउन यूनिट या प्रोग्रेसिव केयर यूनिट भी कहा जाता है. यह डिपेंडेंसी यूनिट पूरी तरह से वातानुकूलित होगी. इस वॉर्ड में आठ बेड की सुविधा रहेगी.



इस तरह रहेगी नई इमरजेंसी

  1. ग्राउंड फ्लोर: इमरजेंसी ओपीडी, माइनर ओटी, इमरजेंसी वॉर्ड में 10 बेड और ड्यूटी रूम.
  2. फर्स्ट फ्लोर : आठ बेड का एसडीयू, पैथॉलजी और एक्स-रे, डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ के रेस्ट रूम भी रहेंगे.
  3. सेकंड फ्लोर: मेजर ऑपरेशन थिएटर (ओटी), ऑपरेशन के बाद मरीज को शिफ्ट करने के वॉर्ड के अलावा चार बेड अलग से रहेंगे. मोर्चरी भी रहेंगी.

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