आगरा : जिले की कमिश्नरेट पुलिस ने रविवार रात को हुए बहुचर्चित चांदी कारोबारी की पत्नी की हत्या और लूटकांड का खुलासा 30 घंटे में कर दिया है. पुलिस की सोमवार देर रात बदमाशों से मुठभेड़ हो गई. जिसमें दोनों ओर से गोलियां चलीं. पुलिस ने 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज और पूछताछ में सबूतों के आधार पर घेराबंदी की थी. मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली लगने से दो बदमाश घायल हो गए. इस दौरान एक बदमाश भाग निकला, जबकि एक सिपाही भी घायल हुआ है. दोनों बदमाश और सिपाही को अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि, चांदी कारोबारी की पत्नी मंजू गुप्ता की हत्या पड़ोसी कैलाश अग्रवाल ने अपने दो साथियों के साथ की थी. कर्जा उतारने के लिए कैलाश अग्रवाल ने चांदी कारोबारी की पत्नी की हत्या और लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था. फरार तीसरे बदमाश की तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं.
बता दें कि, बल्केश्वर क्षेत्र में न्यू आदर्श नगर स्थित सुनील सदन अपार्टमेंट निवासी चांदी कारोबारी प्रेम प्रकाश गुप्ता की पत्नी मंजू गुप्ता (65) की रविवार रात हत्या और लूटपाट की गई थी. बदमाशों ने मंजू गुप्ता की दिव्यांग नातिन बिट्टू को एक कमरे में बंद कर दिया था. जब रविवार रात करीब नौ बजे चांदी कारोबारी प्रेम प्रकाश गुप्ता फ्लैट में पहुंचे तो हत्याकांड और लूटपाट का खुलासा हुआ था. सूचना पर पुलिस कमिश्नर जे रविंदर गौड, डीसीपी सिटी सूरज राय और अन्य पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे. छानबीन शुरू की.
पड़ोसी निकाला मास्टरमाइंड : डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि, मुठभेड़ में गिरफ्तार अभियुक्त कैलाश अग्रवाल निवासी आदर्श नगर, बल्केश्वर और मोहन शर्मा निवासी कटरा वजीर खां एत्मादउददौला हैं. इनका एक साथी सोनू निवासी मथुरा फरार है. अभियुक्त कैलाश अग्रवाल न्यू आदर्शनगर में सुनील सदन के सामने कई साल से रह रहा है. तीनों आरोपियों ने मिलकर चांदी कारोबारी प्रेम प्रकाश गुप्ता के यहां लूटपाट और चांदी कारोबारी की पत्नी की हत्या की थी. पुलिस ने आरोपियों के पास से लूटे गए गहने और रुपये भी बरामद किए हैं. पुलिस की पूछताछ में गिरफ्तार अभियुक्त कैलाश अग्रवाल ने बताया कि, कंस्ट्रक्शन साइट पर सुपरवाइजर है. जल्दबाजी में नकली गहने ही समेट ले गया था.
दोपहर में कर दी थी हत्या : आरोपी कैलाश अग्रवाल ने पूछताछ में खुलासा किया है कि, उसने मोहन और सोनू के साथ लूटकांड और हत्या की योजना बनाई थी. योजना के तहत रविवार दोपहर में तीनों चांदी कारोबारी प्रेम प्रकाश के फ्लैट पर पहुंचे. चांदी कारोबारी की पत्नी मंजू पड़ोसी होने की वजह से कैलाश अग्रवाल को पहचानती थी. इसलिए मंजू गुप्ता ने दरवाजा खोल दिया था. आरोपियों ने पहले उनसे हाल चाल और परिवार के अन्य सदस्यों के बारे में पूछा. जब मंजू गुप्ता रसोई में चाय बनाने गई तो तीनों ने पीछे से कारोबारी पर हमला कर दिया. जमीन पर गिरा लिया और गला दबाकर हत्या कर दी. नातिन बिट्टू दिव्यांग थी. इसलिए उसकी हत्या नहीं की. उसे एक दूसरे कमरे में बंद कर दिया.
सीसीटीवी फुटेज से यकीन में बदला शक : चांदी कारोबारी प्रेम प्रकाश गुप्ता जब रविवार रात करीब नौ बजे कारखाने से फ्लैट पर आए तो पत्नी मंजू गुप्ता की हत्या करके लूटपाट की जानकारी हुई. इस पर पुलिस ने हत्या और लूटकांड के खुलासे के लिए आस-पास के आठ सीसीटीवी कैमरे खंगाले. कारोबारी के नौकर व पड़ोसियों से पूछताछ की. जिससे पुलिस पड़ोसी कैलाश अग्रवाल के घर पहुंची, वो घर पर नहीं था. उसकी पत्नी ने पूछताछ में बताया कि, रविवार दोपहर 3:30 बजे के बाद कैलाश अग्रवाल घर नहीं आए हैं. इससे कैलाश अग्रवाल पर पुलिस का शक गहराया. हत्या और लूटकांड के बाद कैलाश अग्रवाल अपने दोनों साथियों के साथ मनोहरपुर में छिपा था. वो घर नहीं गया था. उसकी पत्नी से पूछताछ और सीसीटीवी फुटेज से पुलिस का शक यकीन में बदल गया. क्योंकि, सीसीटीवी में तीन लोग जाते दिखे. जिनमें से एक का हुलिया कैलाश अग्रवाल से मिल रहा था.
कर्जा चुकाने को वारदात को दिया अंजाम : डीसीपी सिटी सूरज राय ने बताया कि, न्यू आदर्श नगर के सुनील सदन अपार्टमेंट निवासी चांदी कारोबारी प्रेम प्रकाश गुप्ता के फ्लैट के सामने ही आरोपी कैलाश अग्रवाल कई साल किराये पर रहा है. चांदी कारोबारी की पत्नी से घुला मिला था. वारदात से कुछ माह पहले किराये पर पड़ोस में दूसरी जगह रहने लगा था. कैलाश पर कर्जा हो गया था. कर्ज उतारने के लिए कैलाश ने अपने साथियों से मिलकर हत्या और लूट की वारदात को अंजाम दिया था. बदमाशों से लूटा हुआ कुछ माल बरामद हुआ है.
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