कोटा: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की देश की सबसे बड़ी मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम राष्ट्रीय सह पात्रता परीक्षा (NEET UG) का परिणाम शनिवार को सार्वजनिक सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर किया है. इतिहास में पहली बार आज नीट यूजी का परिणाम सेंटर के अनुसार जारी किया गया है.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा ने बताया कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट यूजी के इतिहास में यह पहली घटना है, जब सार्वजनिक तौर पर राज्यवार व जिले के साथ परीक्षा केंद्रवार परीक्षा परिणाम जारी किया गया है. यह परीक्षा 4750 परीक्षा केंद्रों पर हुई थी. देव शर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने अभ्यर्थियों की पहचान छिपाने के निर्देश नेशनल टेस्टिंग एजेंसी को दिए थे. ऐसे में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने स्टूडेंट के एग्जाम सेंटर पर सीरियल नंबर के अनुसार परिणाम जारी किया है.
इस परिणाम को देखने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने एक लिंक उपलब्ध करवाया है, जिसमें पहले स्टेट और उसके बाद जिला सेलेक्ट करना है. बाद में उसे जिले के सभी परीक्षा केंद्रों का नाम के अनुसार परिणाम हैं, जिस पर क्लिक करने पर पीडीएफ के रूप में सीरियल के अनुसार उसे परीक्षा केंद्र का रिजल्ट आ रहा है.
इसलिए जारी किया गया है केंद्र के अनुसार परिणाम : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की नीट यूजी परीक्षा पर धांधलियों के आरोप लगे हैं. कई जगह से देश भर में पेपर लीक के आरोप इस परीक्षा में लगे हैं. इसके साथ पुलिस ने भी इस संबंध में कई मुकदमे अलग-अलग राज्यों में दर्ज किए हैं. पूरे मामले की जांच सेंट्रल ब्यूरो का इन्वेस्टिगेशन कर रहा है. पहली बार इस परीक्षा में 68 स्टूडेंट के परफेक्ट स्कोर यानी 720 में से 720 अंक आए थे. यहां तक कि अचानक इस परीक्षा में टॉपर्स की संख्या भी बढ़ गई थी.
देश के एक-दो परीक्षा केंद्रों पर से एक से ज्यादा टॉपर आए थे. यहां तक कि हरियाणा के एक केंद्र में से तो 6 टॉपर्स आए थे. इसके बाद बड़ी संख्या में कैंडिडेट से उनके पेरेंट्स ने इस परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं. इसके लिए कई याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में लगी थीं, जिनके आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई करते हुए परिणाम सार्वजनिक करने के निर्देश दिए, ताकि किसी परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों के कितने अंक आए हैं और यह देखा जा सके कि कौन-कौन से परीक्षा केंद्र से कितने टॉपर आए हैं.