कोटा. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने देश की सबसे बड़ी मेडिकल प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG 2024) की फॉर्म फिलिंग शुरू कर दी है. इसके तहत टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया सहित कई नियम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने इस बार बदल दिए हैं. ऐसे में इस बार लॉटरी के जरिए टॉपर्स और रैंक का निर्धारण किया जाएगा.
कोटा के करियर काउंसलिंग एक्सपर्ट पारिजात मिश्रा ने बताया कि साल 2024 में विद्यार्थियों के समान अंक और परसेंटाइल आने पर रैंक निर्धारित करने के लिए टाई ब्रेकिंग रूल्स में बदलाव किया गया है. इसमें सबसे पहले बायोलॉजी के नंबर और परसेंटाइल देखी जाएगी. इसके बाद केमिस्ट्री और उसके बाद फिजिक्स के नंबर देखे जाएंगे. इन सब में विद्यार्थियों के अंक और परसेंटाइल समान होने पर कंप्यूटर और इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी के जरिए लॉटरी निकाली जाएगी. बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की नीट यूजी में हजारों विद्यार्थियों एक समान परसेंटाइल और अंक आते हैं, इसीलिए विद्यार्थियों की रैंक निकालने के लिए टाई ब्रेकिंग रूल्स काफी महत्वपूर्ण है.
पढ़ें. NTA ने शुरू किए नीट के रजिस्ट्रेशन, 9 मार्च लास्ट डेट, पहली बार परिणाम की तारीख भी जारी
यह था बीते साल का क्राइटेरिया : मिश्रा का कहना है कि बीते साल नीट यूजी में टाई ब्रेकिंग क्राइटेरिया के तहत नियम था कि पहले बायोलॉजी के नंबर देखे जाते थे. इसके बाद केमिस्ट्री और फिर फिजिक्स के नंबरों और परसेंटाइल को देखा जाता था. इसके बाद बायोलॉजी में निगेटिव अंक और परसेंटाइल देखी जाती है. इसके बाद अंक व परसेंटाइल समान होने पर केमिस्ट्री और फिर फिजिक्स के अंक और परसेंटाइल देखे जाते हैं. यह सब भी समान होने पर पहले उम्र और फिर एप्लीकेशन नंबर के आधार पर रैंक तय की जाती थी.
विदेशी विद्यार्थियों के लिए शुरू नहीं हुआ आवेदन : पारिजात मिश्रा का कहना है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने विदेश में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों के लिए अभी फॉर्म फिलिंग की प्रक्रिया शुरू नहीं की है. इसके साथ ही एनटीए ने विदेश के किस शहर में परीक्षा होगी, यह जानकारी भी नहीं दी है. इसके लिए कुछ दिन बाद नोटिफिकेशन जारी हो सकता है.
इस बार नहीं देना होगा एफिडेविट : मिश्रा ने बताया कि बीते साल नीट यूजी 2023 की परीक्षा में अभ्यर्थियों से एफिडेविट नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने आवेदन के समय भरवाएं थे. इसमें प्रत्येक अभ्यर्थियों के 400 से 500 रुपए खर्च हुए थे. हालांकि, इस बार नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने केवल सरकार की जारी की गई आईडी के जरिए ही आवेदन प्रक्रिया संपन्न करने के लिए निर्देशित किया है. ऐसे में अभ्यर्थियों को कोई एफिडेविट नहीं देना होगा.