रोहतासः नीट पेपर लीक का कनेक्शन बिहार के कई जिलों से जुड़ा हुआ है. मुजफ्फरपुर के बाद अब रोहतास कनेक्शन भी सामने आया है. शुक्रवार को पुलिस ने 13 आरोपियों में 38 वर्षीय बिट्टू सिंह को भी गिरफ्तार किया है. 38 वर्षीय जिस बिट्टू को जांच टीम ने गिरफ्तार किया है वह सिकन्दर यादुवेन्द्र का निजी ड्राइवर बताया जा रहा है.
नीट पेपर लीक का रोहतास कनेक्शनः दअरसल, जिले के गढ़नोखा के रहने वाले चंद्रमा सिंह का पुत्र 38 वर्ष से बिट्टू सिंह कुमार को इस मामले में जांच टीम ने हिरासत में लिया है. इसके बाद गढ़नोखा में बिट्टू के गांव में लोग परेशान हैं. परिवार के लोगों का कहना है कि बिट्टू कुमार ड्राइवर का काम करता है. वह पिछले कई सालों से पटना में निजी ड्राइवर के रूप में काम करता रहा है. ऐसे में जिसकी गाड़ी वह चलाता था, उसका नीट पेपर मामले में क्या संलिप्तता है? इससे गांव के लोग अनभिज्ञ हैं.
'बिट्टू को फंसाया जा रहा है': परिवार के लोगों का कहना है कि बिट्टू सिंह पढ़ा लिखा नहीं है. पहले वो गांव में ही ट्रैक्टर चलाता था. बाद में वह पटना में किसी का कार ड्राइवर बन गया. उसके बच्चे तथा परिवार के लोग गांव में ही रहते हैं. गांव के लोगों का कहना है कि NEET पेपर जैसे मामले के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है. बिट्टू पढ़ा लिखा नहीं है. तीसरी-चौथी कक्षा तक पढ़ाई करने के बाद वह गांव में ट्रैक्टर चलाता था. कुछ साल पहले वह पटना में रहकर किसी की कार चलाने लगा.
"बिट्टू पहले गांव में ही ट्रैक्टर चलाया करता था. काफी कम पढा लिखा है फिर पटना में रह कर ड्राइविंग करने लगा. नीट पेपर लीक मामले में कही से उंसकी कोई संलिप्तता नहीं है. उसे फंसाया जा रहा है, वह निर्दोष है." -सुरेंद्र सिंह, बिट्टू कुमार का भाई
कई जिलों से जुड़े हैं ताड़ः बता दें कि 5 मई को पूरे देश के कई केंद्रों पर नीट 2024 की परीक्षा हुई थी. परीक्षा के दिन ही पेपर लीक का मामला सामने आया था. इस मामले में पुलिस ने पटना के एक सेंटर से जला हुआ प्रश्न पत्र बरामद किया था. बिहार झारखंड के कई जिलों से सॉल्वर, छात्र और माफिया को गिरफ्तार किया गया था. शुक्रवार को पुलिस ने 4 आरोपी को कोर्ट के सामने पेश किया है. आयुष कुमार, सिकंदर यादवेन्दु, नीतीश कुमार और अनुराग यादव इसमें मुख्य भूमिका में है जो जांच टीम की गिरफ्त में है.
सिकंदर मास्टरमाइंडः अनुराग यादव पेपर लीक का मास्टरमाइंड सिकंदर का भतीजा है. उसने पूछताछ में कबूल किया है कि उसे परीक्षा से पहले प्रश्न पत्र रटावाया गया था. जो रटावाया गया ठीक वही प्रश्न परीक्षा में पूछा गया था. बता दें कि सिकंदर यादवेन्दु दानापुर नगर परिषद में जूनियर इंजीनियर है. इसने ही पेपर लीक की सेटिंग की. पुलिस पूछताछ में सिकंदर ने कबूल किया है कि उसने पेपर लीक कराया है. उसने कई लोगों के नाम भी बताए हैं.
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