पटना : 2025 से पहले बिहार विधानसभा की 4 सीटों पर हुए उपचुनाव में एनडीए ने क्लीन स्वीप किया है. सभी चारों सीटों पर एनडीए के उम्मीदवारों की जीत हासिल हुई है. महागठबंधन को तो झटका लगा ही है. पहली बार हाथ आजमाने वाले प्रशांत किशोर के उम्मीदवार कहीं भी दूसरे स्थान तक नहीं पहुंच पाए. तीसरे और चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा.
NDA में जीत से जबरदस्त उत्साह : एनडीए के नेता इस जीत से फूले नहीं समा रहे हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर एनडीए नेताओं ने जीत की बधाई दी. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ बड़े नेता पहुंचे और फूलों का गुलदस्ता दिया.
बेलागंज में मनोरमा देवी की हुई जबरदस्त जीत : बेलागंज विधानसभा सीट 35 साल से आरजेडी का गढ़ हुआ करता था. हालांकि इस बार के उपचुनाव में जेडीयू ने सेंधमारी कर दी. दिवंगत बिंदी यादव की पत्नी व जेडीयू की पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी ने जीत हासिल की है. मनोरमा देवी को जहां 73334 वोट मिले, वहीं आरजेडी के उम्मीदवार विश्वनाथ कुमार सिंह 51943 वोट मिले. इस तरह मनोरमा देवी 21391 मतों से चुनाव जीत गई. प्रशांत किशोर के जन सुराज उम्मीदवार मोहम्मद अमजद 17285 वोटों के साथ तीसरे नंबर पर रहे.
बेलागंज में हुए थे सबसे अधिक मतदान : बता दें कि उपचुनाव में बेलागंज में सबसे अधिक मतदान हुए थे. 56.21% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था. सांसद सुरेंद्र यादव का यह गढ़ माना जाता रहा है. हालांकि इसबार बाजी पलट गई.
मां काली और भगवान महादेव को किया नमन : मनोरमा देवी ने जीत के बाद मां काली और भगवान महादेव को नमन किया, उन्होंने इस दौरान बेलागंज क्षेत्र की जनता को जीत के लिए धन्यवाद दिया. कहा कि सबने मिलकर अपनी बेटी की इज्जत बचाई है, यह हमारी जीत नहीं है बल्कि बेलागंज क्षेत्र की जनता की जीत है.
''जिस तरह से मनोरमा देवी को जनता ने वोट दिया है, उसी तरह मनोरमा देवी भी क्षेत्र के लोगों के लिए बेटी बहन बनकर सेवा करेगी. जनता के हर दुख दर्द में साथ रहेंगी और क्षेत्र के विकास के लिए कार्यों को करेंगी. प्रचार के दौरान जनता से जो वादा किया है, उसे पूरा करूंगी.''- मनोरमा देवी, बेलागंज से जीतीं जेडीयू प्रत्याशी
इमामगंज में मांझी की बहू ने लहराया परचम : उपचुनाव में इमामगंज विधानसभा सीट हॉट सीट बनी हुई थी. पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के साथ-साथ बिहार सरकार के मंत्री संतोष सुमन की प्रतिष्ठा दांव पर था. यहां पर जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी ने जीत हासिल की है.
5945 वोटों से चुनाव जीतीं दीपा मांझी : दीपा कुमारी (मांझी) को कुल 53435 वोट मिले. जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंदी और राष्ट्रीय जनता दल के रौशन कुमार मांझी को 47490 मत मिले. इस तरह दीपा मांझी 5945 वोट से चुनाव जीत गईं. जन सुराज उम्मीदवार जितेंद्र पासवान तीसरे नंबर पर रहे उन्हें 37103 वोट मिले. बता दें कि इमामगंज सीट पर कुल 51.01% मतदाताओं ने मतदान किया था.
रामगढ़ में BJP के अशोक कुमार सिंह ने बाजी मारी : रामगढ़ विधानसभा सीट पर कांटे की टक्कर रही. इसका अंदाजा आप इसी से लगा सकते हैं कि जीत का मार्जिन 1362 सीटों का रहा. जहां बीजेपी के विजयी उम्मीदवार अशोक कुमार सिंह को 62257 वोट मिले, वहीं उनके निकटतम प्रतिद्वंदी बहुजन समाज पार्टी के सतीश कुमार सिंह यादव को 60895 मत मिले. इस तरह अशोक कुमार सिंह 1362 वोट से जीते.
जगदानंद सिंह के बेटे रहे तीसरे स्थान पर : रामगढ़ में राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के छोटे बेटे अजीत सिंह 35852 वोट से तीसरे स्थान पर रहे. वहीं जन सुराज के सुनील कुमार सिंह को 6513 वोटों से चौथे स्थान पर संतोष करना पड़ा. रामगढ़ विधानसभा सीट पर कुल 54.02% मतदान हुए थे.
तरारी में BJP के विशाल प्रशांत ने लहराया परचम : तरारी विधानसभा सीट पर भाकपा माले की प्रतिष्ठा दांव पर थी. हालांकि उसे यहां पर हार का मुंह देखना पड़ा. बाहुबली नेता सुनील पांडे के पुत्र विशाल प्रशांत ने बीजेपी की टिकट पर जीत हासिल की.
10612 वोटों से जीते विशाल प्रशांत : विशाल प्रशांत को 78755 वोट मिले. वहीं भाकपा माले के राजू यादव को 68143 मत प्राप्त हुए. इस तरह विशाल प्रशांत ने 10612 वोटों से जीत हासिल की. जन सुराज पार्टी की किरण सिंह 5622 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रही. तरारी में कुल 52.84% मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया था.
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