नवादाः सरकारी अस्पतालों में डाटा एंट्री ऑपरेटर्स की अनिश्चितकालीन हड़ताल से अस्पतालों में रजिस्ट्रेशन के काम में काफी मुश्किलों का सामना पड़ रहा है. सदर अस्पताल के रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की लंबी कतार देखी जा रही है. दरअसल दक्षता परीक्षा और टाइपिंग टेस्ट रद्द करने की मांग को लेकर सभी डाटा एंट्री ऑपरेटर शनिवार से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गये हैं.
"दक्षता और टाइपिंग परीक्षा क्यों": डाटा एंट्री ऑपरेटर्स का कहना है कि "3 साल पहले दक्षता परीक्षा पास करने के बाद ही उर्मिला इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड ने नियुक्ति की थी. अब फिर कंप्यूटर दक्षता परीक्षा और टाइपिंग टेस्ट देने का आदेश जारी किया गया है.बार-बार नियोक्ता कंपनी दक्षता परीक्षा लेने का आदेश जारी कर डाटा ऑपरेटर्स का शारीरिक और मानसिक शोषण कर रही है."
सरकार से परीक्षा रद्द करने की मांग: दक्षता परीक्षा और टाइपिंग टेस्ट रद्द करने की मांग को लेकर सभी डाटा एंट्री ऑपरेटर्स ने स्वास्थ्य विभाग और उर्मिला इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ प्रदर्शन किया और परीक्षा रद्द नहीं होने तक अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का एलान किया.डाटा ऑपरेटर्से ने कहा कि "जब तक हम लोगों की मांग नहीं मानी जाती है, तब तक आंदोलन जारी रहेगा." डाटा ऑपरेटर्स ने इस मामले में सरकार से हस्तक्षेप की मांग की.
रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लंबी कतारः डाटा एंट्री ऑपरेटर्स की हड़ताल से सदर अस्पताल में मरीजों के रजिस्ट्रेशन में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल मैनुअली ही मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. जिससे देर हो रही है, नतीजा रजिस्ट्रेशन काउंटर पर मरीजों की लंबी-लंबी कतार देखी जा रही है.
अस्पतालों में कार्यरत हैं 10 हजार डाटा एंट्री ऑपरेटरः बता दें कि बिहार के स्वास्थ्य विभाग ने उर्मिला इंटरनेशल प्राइवेट लिमिटेड से आउटसोर्सिंग के जरिये राज्य के अस्पतालों में करीब 10 हजार डाटा एंट्री ऑपरेटर्स की नियुक्ति की है., जिनकी सेवा 26 मार्च को समाप्त हो रही है. अब 27 मार्च से इस कंपनी के जरिए ही राज्य सरकार सेवा विस्तार कर रही है.