NAUTAPA 2024: साल दर साल गर्मी के मौसम में सूरज की तपिश बढ़ती जा रही है. सूर्य देव का प्रकोप हर साल झेलना पड़ रहा है. इस बार 25 मई यानी शनिवार से नौतपा शुरू हो रहे हैं जो 2 जून को समाप्त होंगे. लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर नौतपा की गणना कैसे की जाती है तो हम आपको बता दें कि जब सूर्य देव रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करते हैं तब से नौतपा शुरू होते हैं.
एक मई से साथ संचरण कर रहे सूर्य-गुरु
वर्तमान में सूर्य देव वृषभ राशि में गोचर कर रहे हैं और 1 मई से गुरू ग्रह भी वृषभ राशि में प्रवेश कर चुका है. ऐसे में गुरू और सूर्य के एक साथ आने से तापमान में और बढ़ोतरी हो रही है. जिसका मतलब है की नौतपा और भी झुलसाने वाला होगा. ऐसे में चलिए जानते हैं कि नौतपा में सूर्यदेव को कैसे खुश करें जिससे उनकी झुलसने वाली गर्मी से बचाव हो सके.
अर्घ्य देकर सूर्य देव को करें प्रसन्न
पंडित सुरेंद्र शर्मा कहते हैं कि "सूर्य देव को प्रसन्न कर उनके प्रकोप से बचा जा सकता है, जिसके लिए कुछ उपाय अत्याधिक फायदेमंद साबित होते हैं. सबसे पहले तो प्रतिदिन हमें सुबह उठकर सूर्य को प्रणाम करना चाहिए और ऐसा करते समय 'ओम सूर्याय नमः' मंत्र का जप करना चाहिए. इसके बाद रोजाना सुबह जल्दी स्नान के बाद सूर्य देव को अर्घ्य भी देना चाहिए. ऐसा करने से गर्मी के मौसम में होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है.
श्रीकृष्ण के बालरूप को लगाएं ये लेप, शांत रहेगा मन
नौतपा के नौ दिनों में प्रतिदिन शिवलिंग पर शीतल जल या फलों का रस चढ़ाना चाहिए साथ ही नौतपा में भगवान लड्डू गोपाल की पूजा अर्चना कर कपूर और चंदन का लेप लगाना चाहिए. उसी लेप से अपने मस्तक पर भी तिलक लगाना चाहिए. ऐसा करने से दिमाग ठंडा और गुस्सा शांत रहता है.
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जरूरतमंदों को दान करें ये चीजें
एक मान्यता यह भी है कि नौतपा में जरूरतमंद लोगों को दही, नींबू, नारियल पानी, ठंडा फल जैसी शीतल तासीर वाली चीजें दान करना चाहिए. साथ ही उन्हें सूती और मुलायम वस्त्र भी दान करना चाहिए. इन दिनों में आपके घर जो भी मेहमान आए उसे भी पेयजल के साथ मिष्ठान अवश्य खिलाएं.
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी मान्यताओं और ज्योतिषविदों की जानकारी के आधार पर है ETV Bharat इसके पूर्ण सत्य होने का दावा नहीं करता है.