नर्मदापुरम: नर्मदापुरम संभागीय मुख्यालय के आईटीआई परिसर में 7 दिसंबर शनिवार को आयोजित होने वाली रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव कार्यक्रम की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कॉनक्लेव में 4 हजार 800 लोगों ने अपने रजिस्ट्रेशन अभी तक कराएं हैं, जो कॉन्क्लेव में शामिल होंगे. कॉन्क्लेव में हरदा, बैतूल एवं नर्मदापुरम जिले के उत्पादनों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएंगी. कॉन्क्लेव में 3 सेक्टोरियम सत्र आयोजित किए जाएंगे.
उद्योगपतियों से चर्चा करेंगे मोहन यादव
स्थानीय उत्पादनों पर आधारित सेक्टोरियम सत्र भी आयोजित किए जाएंगे. जिसमें मुख्यमंत्री मोहन यादव उद्योगपतियों से वन टू वन चर्चा करेंगे. वहीं, सुरक्षा व्यवस्था के लिए करीब 1 हजार से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात रहने वाले हैं. नर्मदापुरम संभाग की रीजनल इण्डस्ट्री कॉन्क्लेव एक मील का पत्थर साबित होगी. इससे नर्मदापुरम संभाग का औद्योगिक परिदृश्य बदलेगा.
उत्पादनों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएंगी
कॉन्क्लेव के आयोजन का मुख्य उद्देश्य संभाग में निवेश के अवसर पैदा करना और नर्मदापुरम संभाग की विशेषता को दुनिया के सामने दिखाना है. कॉन्क्लेव में हरदा, बैतूल एवं नर्मदापुरम जिले के उत्पादनों पर आधारित प्रदर्शनी लगाई जाएंगी. स्थानीय उत्पादनों पर आधारित सेक्टोरियम सत्र भी आयोजित किए जाएंगे. कॉन्क्लेव में पर्यटन, बांस उद्योग, सागौन रीन्यूवल एनर्जी, सुक्ष्म लघु उद्योग पर विशेष रूप से फोकस किया जाएगा.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव द्वारा नर्मदापुरम संभाग के उद्योगपतियों से वर्चुअल संवाद
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) December 6, 2024
- हमारा प्रयास है कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में सबसे पहले स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिले
- वर्तमान में संचालित उद्योगों का विस्तार करने में भी सुविधाएं प्रदान की जाएं@DrMohanYadav51… pic.twitter.com/oERc6TH4ZR
- नर्मदापुरम रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में बनेगा भारत का पहला रिन्यूअल मैन्यूफैक्चर एनर्जी जोन
- नर्मदापुरम रीजनल इंडस्ट्रीज कॉन्क्लेव में शामिल होंगे देश-विदेश के उद्योगपति, मोहन यादव ने की समीक्षा
अतिथि चखेंगे पारंपरिक व्यंजन
कॉन्क्लेव में डेलीगेट्स एवं अतिथियों को स्थानीय एवं पारंपरिक लजीज व्यंजन परोसे जाएंगे. कनाडा, वियतनाम, मैक्सिको, नीदरलैंड, और अन्य देशों के निवेशक आएंगे. निवेशकों के रूकने की व्यवस्था भोपाल एवं नर्मदापुरम में की गई है. अब तक 30 से 35 कंपनी ने रिन्यूवल एनर्जी में रूचि दिखाई है. 50 करोड़ एवं 100 करोड़ की इकाईयों की स्थापना भी मौहासा में हुई है.