नर्मदापुरम। सतपुड़ा टाइगर रिजर्व में एक और महमान की आमद हुई है. इस बार एसटीआर के चूरना क्षेत्र में एक मादा तेंदुए को छोड़ा गया है. जिसे वन विहार क्षेत्र से ले जाया गया था. यह मादा तेंदुआ एक माह पहले सीहोर के लाडकुई में उत्पात मचाते हुए एक घर में घुसकर बैठी थी. सूचना पाकर वन विभाग की टीम ने तेंदूए का सुरक्षित रेस्क्यू कर उसे सतपुड़ा टाइगर रिजर्व के जंगलों में छोड़ दिया है. छोड़ने के साथी ही एसटीआर टीम तेंदुए की कैमरे से व वन्य कर्मियों की मदद से निगरानी कर रही है.
ग्रामीणों को तेंदुए ने जमकर किया परेशान
दरअसल, करीब एक माह पहले सीहोर जिले के लाड़कुई के ग्राम किशनपुर में किसान प्रहलाद सिंह के घर में एक मादा तेंदुआ घुस गई थी. तेंदुए के घर में घुसने के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल था. इस दौरान ग्रामीणों ने तेंदुए को भगाने के लिए भरसक प्रयास किए लेकिन सफलता नहीं मिली. वन विभाग की टीम ने सूचना मिलने के बाद तेंदुए का सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया और वन विहार भोपाल भेज दिया था. जिसे करीब एक माह तक ऑब्जर्वेशन में रखने के बाद एसटीआर टीम ने मंगलवार रात करीब एक बजे चूरना रेंज में छोड़ दिया है.
ये भी पढ़ें: सतपुड़ा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में गिद्धों की गणना पूरी, 300 कर्मचारियों ने 3 दिन में गिने 287 गिद्ध बाघिन ने सिखाए शावकों को शिकार के गुर, पर्यटकों ने जंगल सफारी के दौरान बनाया वीडियो |
सतपुड़ा टाइगर रिजर्व की डिप्टी डायरेक्टर पूजा नागले ने बताया कि ''मादा तेंदुआ की उम्र करीब 3 साल है. उसमें कॉलर आईडी लगाकर उसे सुरक्षित चूरना रेंज में छोड़ दिया गया है. कुछ दिन तक उसकी मॉनिटरिंग की जाएगी. इसके रहन-सहन के साथ शिकार के तरीकों को देखा जाएगा. इस तेंदुए का वजन करीब 40 किलो है. इसे छोड़ने के बाद वन विभाग की टीम इस पर निगरानी कर रही है''.