टोंक: राजस्थान उपचुनाव 2024 में टोंक जिले के समरावता में मतदान के दौरान निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा द्वारा एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने और मतदान समाप्ति के बाद समरावता गांव में जमकर हिंसा और आगजनी हुई. इस घटना के बाद नरेश मीणा सहित कई आरोपियों की गिरफ्तारी होने के बाद से विरोध प्रदर्शन-रुकने का नाम नहीं ले रहा है.
टोंक जिला मुख्यायल पर सोमवार को राज्यपाल और मुख्यमंत्री के नाम मीणा समाज और सर्व समाज की ओर से ज्ञापन देकर नरेश मीणा की रिहाई के साथ ही हिंसा और आगजनी मामले की न्यायिक जांच की मांग की गई. वहीं, इस घटना में शामिल दोषी अधिकारियों के खिलाफ जांच की मांग के साथ गांव में हिंसा और आगजनी से हुए नुकसान को लेकर मुआवजा देने की मांग की गई. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर समय रहते इस पर ठोस कदम सरकार ने नहीं उठाया तो एक बड़ा आंदोलन किया जाएगा.
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बाड़ी और दौसा में भी प्रदर्शन : नरेश मीणा के समर्थन में सोमवार को अखिल भारतीय मीणा समाज महासभा के पदाधिकारियों ने बाड़ी एवं सरमथुरा उपखंड कार्यालय का घेराव कर एसडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया और प्रशासन पर एकतरफा कार्रवाई का आरोप लगाया. वहीं, दौसा में जिला मुख्यालय सहित सभी उपखंड मुख्यालयों पर नरेश मीणा के समर्थकों ने नारेबाजी कर नरेश मीणा की रिहाई की मांग की. इस दौरान सभी जगह समर्थकों ने मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा.