बस्तर: नारायणपुर की मर्दानी बेटी सुशीला को राज्यपाल के हाथों के पुरस्कार मिलने जा रहा है. दो दिन पहले रविवार को सुशीला ने अपने पिता की बदमाशों से जान बचाई थी. इस कार्य के लिए सुशीला को सम्मान मिलेगा. सुशीला नारायणपुर के झारागांव की निवासी हैं. इस बेटी ने आठ हथियारबंद बदमाशों को पछाड़ कर अपने पिता की जान बचाई.
राज्यपाल ने बस्तर की बहादुर बेटी के बारे में पूछा: छत्तीसगढ़ के राज्यपाल रमेन डेका ने बस्तर की इस बहादुर बेटी के बारे में अपने कर्मचारियों से बात की है. इस बच्ची की ब्रेव स्टोरी को उन्होंने मीडिया में देखा और पढ़ा उसके बाद राज्यपाल ने अपने अधिकारियों और कर्मचारियों से इसकी चर्चा की है. राज्यपाल महोदय ने कर्मचारियों और अधिकारियों को निर्देश दिया कि सुशीला को रायपुर बुलाया जाए और उसका सम्मान किया जाए.
कैसे बचाई थी पिता की जान ?: नारायणपुर के झारागांव में सुशीला अपने माता पिता के साथ रहती है. रविवार को रात के समय आठ नकाबधारी हमलार चार मोटरसाइकिल पर आए. हमलावरों ने उसके पिता पर कुल्हाड़ी से वार किया और उन्हें घायल कर दिया. जैसे ही सुशीला ने देखा कि उसके पिता पर हमला हो रहा है वह हमलावर से भिड़ गई. उसने नकाबपोश बदमाश से कुल्हाड़ी छीन लिया और पिता को दूसरे कमरे में ले जाकर उनकी जान बचाई.
घटना के बाद आसपास के लोग पहुंचे: इसके बाद सुशीला ने शोर मचाया और आस पास के लोगों को जुटाया. आस पास के लोग आए और उन्होंने सुशीला के पिता को नारायणपुर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया. उसके बाद उसे जगदलपुर रेफर किया गया. इस तरह सुशीला के पिता की जान बच पाई.