जींद: अपनी मांगों के लेकर दिल्ली कूच की तैयारी में शंभू बॉर्डर पर किसान 6 दिनों से डटे हुए हैं. किसान और सरकार के बीच तीन दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक पूर्ण सहमति नहीं बनी है. वहीं, किसान किसी भी कीमत पर दिल्ली कूच करने की तैयारी में हैं. ऐसे में शंभू बॉर्डर पर धरना दें किसानों के साथ अब कई संगठन भी साथ आने लगे हैं.
किसानों के समर्थन में नंदगढ़ बारहा की बैठक: किसान आंदोलन को लेकर जुलाना कस्बे की नई अनाज मंडी में शनिवार, 17 फरवरी को नंदगढ़ बारहा की एक बैठक का आयोजन किया गया. बारहा के प्रधान होशियार सिंह दलाल ने बैठक की अध्यक्षता की. इस बैठक में किसानों को संबोधित करते हुए होशियार सिंह दलाल ने कहा "प्रदेश के किसान पंजाब के किसानों के साथ हैं. अगर सरकार ने रविवार को होने वाली बैठक में किसानों की मांगें नहीं मानी तो प्रदेश के किसान पंजाब बॉर्डर पर पहुंचेंगे.देश की सरकार जवान और किसान को आमने-सामने खड़ा कर रही है, लेकिन सरकार किसानों की मांगों की ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. एमएसपी किसानों का हक और उसे वो लेकर ही रहेंगे. सरकार द्वारा किसानों पर आंसू गैस के गोले बरसाना निंदनीय है. किसान देश की धुरी है. सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द किसानों की मांगों को माने."
सरकार को अल्टीमेटम: होशियार सिंह ने कहा कि अगर सरकार किसानों की मांगों को नहीं मानती है तो प्रदेश के किसान पंजाब के किसानों के साथ मिलकर दिल्ली की ओर कूच करेंगे. किसानों के साथ हरियाणा के किसान भी पहले की तरह कंधे से कंधा मिलाकर सहयोग करेंगे.
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