जयपुर. लोकसभा चुनाव समाप्त होने के साथ ही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष और नागौर से नव निर्वाचित सांसद हनुमान बेनीवाल ने भजनलाल सरकार के मंत्रियों को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है. बेनीवाल ने इस बार डिप्टी सीएम दीया कुमारी को निशाने पर लिया. बेनीवाल ने आरोप लगाते हुए कहा कि नागौर संसदीय क्षेत्र और नागौर जिले में केंद्र की सीआरआईएफ (सेंट्रल रोड एंड इंफ्रास्ट्रक्चर फंड) योजना के अंतर्गत निर्माण और निर्माणाधीन कार्यों में गुणवत्ता की काफी कमी है. इन कामों में मिली भगत दिखाई देती है. सीएम भजनलाल को एसीबी से इसकी जांच करानी चाहिए.
जिम्मेदार संदेह के घेरे में : हनुमान बेनीवाल ने कहा कि नागौर शहर में केंद्र की राशि से निर्माणाधीन दो फोर लेन सड़कों सहित राज्य सरकार की बजट घोषणाओं से निर्माण हुआ. आरोप है कि निर्माणाधीन विभिन्न सड़कें जिनमें कुछ सार्वजनिक निर्माण विभाग तो कुछ आरएसआरडीसी के अधीन हैं मापदंडों को दरकिनार करके बनाई गई. साथ ही राजकोष के करोड़ों रुपयों का जमकर दुरुपयोग किया गया. बेनीवाल ने कहा इस पूरे मामले से राजस्थान की उप-मुख्यमंत्री दीया कुमारी, प्रदेश के मुख्य सचिव व सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव को अवगत करवाया, लेकिन यह दुर्भाग्य है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव संदीप वर्मा ने अब तक किसी के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया. बेनीवाल ने कहा कि बार-बार अवगत करवाने के बावजूद सार्वजनिक निर्माण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव की ओर से गंभीरता नहीं दिखाना उनकी खुद की जिम्मेदारी को संदेह के घेरे में खड़ा करता है.
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खुद के महकमे पर कोई नियंत्रण नहीं : बेनीवाल ने कहा कि इससे यह भी स्पष्ट हो रहा है कि सार्वजनिक निर्माण विभाग का जिम्मा संभाल रहीं राज्य की उप मुख्यमंत्री दीया कुमारी अपने विभाग के अफसरों और अभियंताओं की मनमानी के आगे बेबस हैं. अधिकारियों की झूठी रिपोर्टों के आधार पर वो महकमे का संचालन कर रहीं हैं. साथ ही खुद के महकमे पर उनका कोई नियंत्रण ही नहीं है. उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट कर सीएम भजनलाल शर्मा से इस मामले की जांच एसीबी से करवाने की मांग की.