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बुंदेलखंड में है 13वां ज्योतिर्लिंग, जानिए इसकी पौराणिक कथा, सावन में दमोह क्यों है खास - Damoh 13th Jyotirlinga

क्या आप जानते हैं कि देश में 13वां ज्योतिर्लिंग कहां पर है और क्या इसकी पौराणिक कथा है. 13वें ज्योतिर्लिंग भगवान जागेश्वर नाथ के दर्शन के लिए हजारों शिवभक्त पहुंचते हैं. सावन माह में भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ जाती है. इस बार भी यहां श्रावण मास के लिए खास इंतजाम किए गए हैं.

Damoh 13th Jyotirlinga
बुंदेलखंड में यहां है 13वां ज्योतिर्लिंग (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jul 19, 2024, 10:44 AM IST

Updated : Jul 19, 2024, 12:05 PM IST

दमोह: सोमवार से सावन का महीना शुरू हो रहा है. ऐसे में 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में विख्यात भगवान जागेश्वर नाथ के दर्शन करने लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे. इसके लिए आवश्यक इंतजाम भी किए जा रहे हैं. 22 जुलाई सोमवार से सावन का महीना शुरू हो रहा है. यह महीना भगवान भोलेनाथ की भक्ति के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है. ऐसे में दमोह के बांदकपुर धाम में विराजमान भगवान जागेश्वर नाथ को 13 ज्योतिर्लिंग के रूप में वेदों में मान्यता दी गई है. ये स्वयंभू शिवलिंग बुंदेलखंड सहित समूचे प्रदेश और देश में अपना विशिष्ट स्थान रखता है.

दमोह में 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में विख्यात भगवान जागेश्वर नाथ (ETV BHARAT)

जिला प्रशासन ने तैयारियों का लिया जायजा

भगवान जागेश्वर नाथ के दर्शन करने के लिए प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं. सावन के महीने में प्रतिदिन 50 हजार से अधिक श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन करते हैं. जबकि सोमवार के दिन यह संख्या करीब 1 लाख तक पहुंच जाती है. श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी न हो और वह सरलता से दर्शन कर सकें, इसके लिए बांदकपुर ट्रस्ट कमेटी के सदस्यों के साथ कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर तथा पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बांदकपुर का दौरा किया. उन्होंने जागेश्वर नाथ के दर्शन कर अधिकारियों और मंदिर कमेटी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मंदिर कमेटी के प्रमुख पंकज हर्ष श्रीवास्तव एवं प्रबंधक कृपाल पाठक ने व्यवस्थाओं एवं आगम-निगम द्वार के बारे में जानकारी दी. कलेक्टर ने पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण किया एवं श्रद्धालुओं के रुकने, उनके, स्नान तथा वाहन पार्किंग के लिए स्थल निरीक्षण किया. साथ ही आवश्यक निर्देश भी दिए.

Damoh 13th Jyotirlinga
बुंदेलखंड में भोलेनाथ का मंदिर (ETV BHARAT)

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भगवान राम ने किया था यहां भोलेनाथ का पूजन

कहा जाता है कि भगवान राम जब माता की सीता की खोज करते हुए दंडकारण्य की ओर जा रहे थे, तब उन्होंने यहीं पर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की थी. जगतगुरु शंकराचार्य ने भी अपने टीका में बांदकपुर धाम का उल्लेख किया है. कलेक्टर कोचर ने मीडिया को बताया कि भगवान जागेश्वर नाथ को 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है. 22 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है. इस दिन सोमवती अमावस्या भी है. इसलिए 1 से 2 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. इसके लिए पूरी सुरक्षा, साफ सफाई की व्यवस्था, भीड़ को नियंत्रित करने, आने-जाने के लिए द्वार, मेडिकल की व्यवस्था, ट्रैफिक पार्किंग सहित सभी निर्देश दिए गए हैं.

दमोह: सोमवार से सावन का महीना शुरू हो रहा है. ऐसे में 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में विख्यात भगवान जागेश्वर नाथ के दर्शन करने लाखों श्रद्धालु पहुंचेंगे. इसके लिए आवश्यक इंतजाम भी किए जा रहे हैं. 22 जुलाई सोमवार से सावन का महीना शुरू हो रहा है. यह महीना भगवान भोलेनाथ की भक्ति के लिए विशेष रूप से शुभ माना गया है. ऐसे में दमोह के बांदकपुर धाम में विराजमान भगवान जागेश्वर नाथ को 13 ज्योतिर्लिंग के रूप में वेदों में मान्यता दी गई है. ये स्वयंभू शिवलिंग बुंदेलखंड सहित समूचे प्रदेश और देश में अपना विशिष्ट स्थान रखता है.

दमोह में 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में विख्यात भगवान जागेश्वर नाथ (ETV BHARAT)

जिला प्रशासन ने तैयारियों का लिया जायजा

भगवान जागेश्वर नाथ के दर्शन करने के लिए प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु पहुंचते हैं. सावन के महीने में प्रतिदिन 50 हजार से अधिक श्रद्धालु भोलेनाथ के दर्शन करते हैं. जबकि सोमवार के दिन यह संख्या करीब 1 लाख तक पहुंच जाती है. श्रद्धालुओं को किसी तरह की कोई परेशानी न हो और वह सरलता से दर्शन कर सकें, इसके लिए बांदकपुर ट्रस्ट कमेटी के सदस्यों के साथ कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर तथा पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने बांदकपुर का दौरा किया. उन्होंने जागेश्वर नाथ के दर्शन कर अधिकारियों और मंदिर कमेटी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. मंदिर कमेटी के प्रमुख पंकज हर्ष श्रीवास्तव एवं प्रबंधक कृपाल पाठक ने व्यवस्थाओं एवं आगम-निगम द्वार के बारे में जानकारी दी. कलेक्टर ने पूरे मंदिर परिसर का निरीक्षण किया एवं श्रद्धालुओं के रुकने, उनके, स्नान तथा वाहन पार्किंग के लिए स्थल निरीक्षण किया. साथ ही आवश्यक निर्देश भी दिए.

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बुंदेलखंड में भोलेनाथ का मंदिर (ETV BHARAT)

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कहा जाता है कि भगवान राम जब माता की सीता की खोज करते हुए दंडकारण्य की ओर जा रहे थे, तब उन्होंने यहीं पर भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना की थी. जगतगुरु शंकराचार्य ने भी अपने टीका में बांदकपुर धाम का उल्लेख किया है. कलेक्टर कोचर ने मीडिया को बताया कि भगवान जागेश्वर नाथ को 13वें ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है. 22 जुलाई से सावन का महीना शुरू हो रहा है. इस दिन सोमवती अमावस्या भी है. इसलिए 1 से 2 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है. इसके लिए पूरी सुरक्षा, साफ सफाई की व्यवस्था, भीड़ को नियंत्रित करने, आने-जाने के लिए द्वार, मेडिकल की व्यवस्था, ट्रैफिक पार्किंग सहित सभी निर्देश दिए गए हैं.

Last Updated : Jul 19, 2024, 12:05 PM IST
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