मुजफ्फरपुरः बिहार के मुजफ्फरपुर में एक थानेदार ने अपने साले के चक्कर में वर्दी की हनक दिखाते हुए पड़ोसी की बेरहमी से पिटाई कर डाली. साले के चक्कर में थानेदार साहब की ये थानेदारी अब महंगी पड़नेवाली है. मारपीट के कारण पीड़ित युवक के नाक की नस फट गयी है और वो अस्पताल में भर्ती है.
थानेदार और साले पर पिटाई का आरोपः मामला मुजफ्फरपुर जिले के करजा थाना क्षेत्र के पकड़ी में वास्तु विहार की है. जहां शुक्रवार को गाड़ी पार्किंग को लेकर जमकर मारपीट हुई थी. मारपीट के दौरान करजा थाने के थानेदार सुनील कुमार और उनके साले ने पड़ोस में रहनेवाले युवक की जोरदार पिटाई कर डाली. इस मारपीट में घायल युवक को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में उसे हायर अथॉरिटी को रेफर करना पड़ा. जानकारी के अनुसार पीड़ित के नाक की नस फट गयी है.
मामले को रफा-दफा करने की कोशिशः पीड़ित युवक सरकारी कार्यों के ठेकेदार राजकुमार त्रिपाठी का भाई है. आरोपी थानेदार ने इस घटना को लगातार रफा-दफा करने की कोशिश की, लेकिन मामला गंभीर था. ऐसे में मुजफ्फरपुर की नगर थाना पुलिस ने पीड़ित युवक का बयान दर्ज किया और अब उस बयान को करजा थाना में भेजा गया है. बयान में पीड़ित युवक ने करजा के थानेदार सुनील कुमार और उनके एक रिश्तेदार पर मारपीट का आरोप लगाया है. इतना ही नहीं उसने सुनील कुमार पर पिछले कई दिनों से उसे टारगेट कर परेशान करने का भी आरोप लगाया है.
तीन दिनों बाद भी केस दर्ज नहींः वहीं पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि 3 दिनों के बाद भी पुलिस ने इस मामले में आरोपियों के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं किया. इस मामले में पुलिस अधिकारी जांच के बाद कार्रवाई की बात कह रहे हैं. अधिकारियों का कहना है कि आवेदन आने के बाद मामला दर्ज होगा और फिर जांच के बाद कार्रवाई होगी.
पीड़ित परिवार ने लगाए गंभीर आरोपः इस मामले को लेकर पीड़ित के भाई राजकुमार त्रिपाठी ने कहा कि मैंने इस घटना से संबंधित सारे सबूत पुलिस के आलाधिकारी को उपलब्ध कराए हैं. हमें भरोसा है कि थानेदार के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी और उसको अपनी करनी की सजा जरूर मिलेगी.
"इस मामले को हम न्यायालय तक लेकर जाएंगे. अगर कोई बचाने वाला सामने आएगा तो उन्हें भी नहीं छोड़ेंगे.कानून के हाथ सबसे बड़े होते हैं डीजीपी साहब से भी समय मांगा है उनसे भी मिलकर पूरी समस्या को बताएंगे ऐसे लोग बिहार पुलिस में बैठे हैं जो वर्दी को दागदार बना देते हैं."- राजकुमार त्रिपाठी, पीड़ित के भाई
एसएसपी ने मांगी एडीपीओ से रिपोर्टः इस घटना को लेकर एसएसपी राकेश कुमार ने एसडीपीओ से जांच रिपोर्ट तलब की है. सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरैया एसडीपीओ कुमार चंदन ने जांच रिपोर्ट एसएसपी मुजफ्फरपुर को भेज भी दी है. जांच रिपोर्ट में प्रथम दृष्ट्या मामला सत्य पाया गया. ऐसे में अब सबकी नजर एसएसपी के ऊपर है कि पुलिस की वर्दी पहनकर कानून हाथ में लेनेवाले थानेदार के खिलाफ क्या कार्रवाई होती है ?