गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में सफाई व्यवस्था चौपट हो गई है. अब शहर में सफाई व्यवस्था का जिम्मा एचसीएस अधिकारियों को सौंपा गया है. पूरे नगर निगम क्षेत्र को 19 जोन में बांटकर सफाई व्यवस्था दुरुस्त की जाएगी. बता दें कि पूरे शहर में सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए करीब 80 करोड़ रुपये खर्च किए जाते हैं.
HCS अधिकारी संभालेंगे शहर को साफ रखने का जिम्मा: शहर में गंदगी का आलम ये है कि एक तरफ से जहां कूड़े के ढेर को खत्म किया जाता है. तो दूसरी तरफ कूड़े का ढ़ेर तैयार हो जाता है. घर घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था भी ठप पड़ी है. गुरुग्राम में सफाई कर्मचारी सुबह-सवेरे शहर को साफ करते हैं, वहीं शाम तक फिर से सड़कों किनारे कूड़े के पहाड़ तैयार हो जाते हैं. शहर की सफाई व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए प्रशासन ने विशेष अभियान चलाकर शहर को साफ करने का निर्णय लिया है. ऐसे में अब एचसीएस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
अवैध डंपिंग पॉइंट होंगे खत्म: वहीं, अधिकारियों की मानें तो जिला प्रशासन, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, जिला परिषद, जीएमडीए, जीएमसीबीएल समेत अन्य विभागों के अधिकारियों की ड्यूटी लगाई गई है. जो शहर में सफाई व्यवस्था को दुरुस्त कराने में मदद करेंगे. वहीं, शहर में दो साल के लिए 8 एजेंसियों की सफाई का ठेका दिया गया था. इन एजेंसियों के अंतर्गत करीब 5 हजार कर्मचारी कार्यरत हैं. ये कर्मचारी शहर की गलियों के साथ-साथ मुख्य सड़कों को साफ करने का काम करते हैं. शहर में बनाए गए डंपिंग पॉइंट से रोजाना करीब 800 टन गीला कचरा तथा 400 टन सूखा कचरा निकलता है. जिसे निस्तारण के लिए भेजा जा रहा है. वहीं, अवैध डंपिंग पॉइंट को भी समाप्त किया जाएगा.
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