भोपाल : यदि आप मध्यप्रदेश में रहते हैं और सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे हैं तो आपको ये खबर परेशान कर सकती है. दरअसल, मध्यप्रदेश में कम पढ़े लिखे लोगों को भले ही आसानी से रोजगार मिल जाए, लेकिन ग्रेज्युएशन और पोस्ट ग्रेज्युएशन करने के बाद नौकरी मिलना किसी सपने के पूरे होने से कम नहीं है. खास बात यह है कि मध्यप्रदेश में बीई-एमबीए करने वालों के साथ ही ऐसा नहीं है, बल्कि बीडीएस और एमबीबीएस करने वाले भी बेरोजगार हैं.
मध्यप्रदेश में पंजीकृत बेरोजगारों की संख्या
शिक्षा का स्तर | बेरोजगार |
अशिक्षित | 1,275 |
5वीं पास | 3,280 |
8वीं पास | 44,339 |
10वीं पास | 2,71,465 |
12वीं पास | 6,35,958 |
ग्रेज्युएट | 8,75,429 |
पोस्ट ग्रेज्युएट | 1,49,917 |
बीडीएस | 3,449 |
एमबीबीएस | 3,621 |
इंजीनियर | 1,22,532 |
एमबीए | 16,037 |
अन्य | 4,55,457 |
सोर्स : तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास व रोजगार विभाग
प्रदेश में 25 लाख से अधिक लोग बेरोजगार
मध्यप्रदेश में वैसे तो बेरोजगारों की संख्य आंकड़ों से अधिक हो सकती है. लेकिन संबंधित विभाग द्वारा मध्यप्रदेश विधानसभा को भेजी गई जानकारी में प्रदेश में 25.82 लाख बेरोजगार रजिस्टर्ड हैं. ये जानकारी विधानसभा में सरदारपुर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक प्रताप ग्रेवाल ने मांगी थी, जिसे तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास व रोजगार विभाग द्वारा मुहैया कराया गया. इसमें बताया गया कि 31 मई 2024 तक मध्यप्रदेश में 25 लाख 82 हजार 759 लोगों ने रोजगार के लिए आवेदन किया है.
3600 डाक्टरों को भी नहीं मिल रहा काम
रोजगार के लिए आवेदन करने वालों में कम पढ़े लिखे लोगों की संख्या कम है. इसमें 1275 अशिक्षित, 3280 लोग 5वीं पास, 44,339 8वीं पास, 2,71,465 उम्मीदवार 10वीं पास और 6,35,958 उम्मीदवार 12वीं कक्षा पास हैं. प्रदेश में सबसे अधिक बेरोजगार ग्रेज्युएशन करने वाले हैं. इनका आंकड़ा 8,75,429 है. वहीं बीडीएस करने वाले 3,449 और एमबीबीएस करने वाले 3,621 लोगों ने रोजगार के लिए आवेदन किया है. इसी तरह 1,22,532 इंजीनियर और 16,037 एमबीए करने वालों ने भी रोजगार के लिए आवेदन किया है.
मध्यप्रदेश में 39.40 प्रतिशत ओबीसी बेरोजगार
मध्यप्रदेश में एससी के 18.12 प्रतिशत बेरोजगार हैं. वहीं एसटी 15.50, ओबीसी 39.40 और सामान्य 26.98 प्रतिशत बेरोजगार हैं. इनमें भी महिलाओं की बेरोजगारी दर अधिक है. मध्यप्रदेश में ओबीसी वर्ग के 10,17,519 लोग बेरोजगार हैं. वहीं करीब 7 लाख सामान्य, 4.68 लाख एससी और 4 लाख से अधिक एसटी वर्ग के लोग बेरोजगार हैं.