भोपाल। मध्य प्रदेश के नर्सिंग घोटाले में सीबीआई अधिकारी और कॉलेज संचालकों की गिरफ्तारी के बाद एक और खुलासा हुआ है. दिल्ली सीबीआई की टीम की कार्रवाई के बाद जिन कॉलेजों की मान्यता में गड़बड़ी मिली है. उनमें से कई नर्सिंग कॉलेजों कोसूटेबल की लिस्ट में शामिल कर लिया. कांग्रेस ने इसको लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उधर मामले में सीबीआई अधिकारी की गिरफ्तारी के बाद व्यापमं कांड की जांच पर भी सवाल खड़े होने लगे हैं, क्योंकि फर्जीवाड़े में बर्खास्त किए गए सीबीआई अधिकारी राहुल राज ने व्यापमं से जुड़े कई मामले की जांच की थी.
कांग्रेस बोली 1 फैकल्टी 8-8 कॉलेजों में पढ़ाती थी
कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश नायक, उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे और एनएसयूआई के रवि परमार ने कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में पत्रकार वार्ता कर कहा कि 'प्रदेश में नर्सिंग काउंसिल ऑफ इंडिया के मापदंडों की धज्जियां उड़ाते हुए कॉलेजों को अनुमतियां दी गई. ऐसा उदाहरण पूरे देश में कहीं नहीं देखा होगा कि एक ही शिक्षक भोपाल, इंदौर, जबलपुर, ग्वालियर, रतलाम में एक ही समय में पढ़ाते थे. यही नहीं यह फैकल्टी दूसरे राज्य की है. यह अपने राज्य में भी पढ़ाते हैं और मध्य प्रदेश के कॉलेजों में भी.
विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने कहा कि प्रदेश व्यापमं घोटाले से बाहर नहीं आ पाया और अब नर्सिंग घोटाले का कलंक लग गया. इस मामले को आगामी विधानसभा सत्र के दौरान सदन में जोर शोर से उठाया जाएगा.
कॉलेज संचालक गिरफ्तार, फिर भी कॉलेज का नाम सूची में
एनएसयूआई के प्रदेश समन्वयक रवि परमार ने कहा कि 'नर्सिंग घोटाले में सीबीआई अधिकारी और नर्सिंग कॉलेज के संचालकों की गिरफ्तारी के बाद मध्य प्रदेश नर्सिंग रजिस्ट्रेशन काउंसिल ने 2022-23 सत्र के 132 नर्सिंग कॉलेजों के छात्रों के नामांकन के लिए सूची जारी कर दी. इसमें उन कॉलेजों के नाम भी शामिल हैं, जिनके संचालक गड़बड़ी के मामले में गिरफ्तार हो चुके हैं. कांग्रेस ने नर्सिंग घोटाले में हुए फर्जीवाड़े सहित पूरे मामले की जांच हाई कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में कराए जाने की मांग की है.