विदिशा। अज्ञानता, मजबूरी और लापरवाही के कारण कई महिलाएं संक्रमण का शिकार हो रही हैं. इस दौरान मौत भी हो जाती है. इसी को देखते हुए नर्मदापुरम के सुरेंद्र बामने ने सैनेटरी पैड महिलाओं को निःशुल्क उपलब्ध कराने के लिए मुहिम छेड़ी है. सुरेंद्र ने साइकिल यात्रा के जरिए अब तक मध्य प्रदेश के 46 जिलों में अलख जगाई है. इस दौरान वह शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं से रूबरू होकर उनकी समस्या समझ रहे हैं. इस दौरान संबंधित जिलों के कलेक्टर को ज्ञापन भी सौंप रहे हैं.
ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को निःशुल्क पैड देने की मांग
सुरेंद्र बामने ज्ञापन देकर शासन से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं और किशोरियों के लिए निःशुल्क सैनेटरी पैड उपलब्ध कराने की मांग करते हैं. सुरेंद्र का कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी महिलाएं सैनिटरी पैड की जगह गंदे कपड़े इस्तेमाल करती हैं. जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है और यह मौत का कारण भी बन जाता है. इसीलिए लोगों को जागरूक करने के साथ ही प्रशासन से वह मांग कर रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन को भी जागरूकता अभियान चलाना चाहिए.
विदिशा कलेक्टर से मिलकर मुहिम की जानकारी दी
सुरेंद्र बामने ने डेढ़ महीने की यात्रा में पूरे मध्य प्रदेश के सभी जिलों की यात्रा की है. इसी क्रम में वह विदिशा के कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां रक्त सहायता सेवा समिति के प्रदेश अध्यक्ष उदय हजारी ने उनसे बातचीत की. वहीं सुरेंद्र ने कलेक्टर को ज्ञापन सौपा है. सुरेंद्र का कहना है कि महिलाओं की इस समस्या को लेकर हर किसी को जागरूक होने की जरूरत है. क्योंकि ये समस्या हर घर की है. खासकर इस समस्या से ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं बहुत पीड़ित हैं.