भोपाल : मुंबई, दिल्ली और हैदराबाद की तर्ज पर मध्यप्रदेश में भी फिल्म सिटी बनाने की तैयारी सरकार कर सकती है. प्रदेश की प्राकृतिक संपदा और फिल्म शूटिंग के लिए तमाम संसाधन यहां उपलब्ध हैं. दरअसल, शुक्रवार को एक्टर रणदीप हुड्डा ने भोपाल में कहा कि मध्यप्रदेश में फिल्म सिटी खुलनी चाहिए. उन्होंने बताया कि उनकी इस संबंध में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से चर्चा भी हुई है.
विरासत उत्सव में शामिल हुए रणदीप हुड्डा
दरअसल, फिल्म एक्टर रणदीप हुड्डा मध्यप्रदेश सरकार के विरासत उत्सव में शामिल होने भोपाल पहुंचे थे. प्रदेश सरकार के एक वर्ष पूरे होने पर राज्य सरकार उत्सव मना रही है. इस दौरान ''विरासत से विकास'' पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है. शुक्रवार शाम को राजधानी भोपाल के रविंद्र भवन सभागार में ये कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के साथ फिल्म अभिनेता रणदीप हुड्डा और मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री-विधायक व अधिकारी मौजूद रहे.
एमपी में खुले फिल्म सिटी, यहां सुकून मिलता है
रणदीप हुड्डा ने विरासत कार्यक्रम के दौरान कहा, '' एक प्रकृति, एक संस्कृति और एक विकास का तालमेल जो मध्यप्रदेश में चल रहा है, उसके लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव तारीफ के हकदार हैं. मैं हरियाणा के कुरुक्षेत्र से आता हूं, जहां श्री कृष्ण ने गीता का पाठ पढ़ाया और आज मध्यप्रदेश में हूं जहां उन्होंने अपने गुरुओं से शिक्षा प्राप्त की. हरियाणा मेरी जन्मभूमि है, महाराष्ट्र मुंबई मेरी कर्मभूमि है और मध्यप्रदेश आने के बाद ये मेरी सुकून भूमि है. यहां की प्राकृतिक सुंदरता के साथ पर्यटन तेजी से बढ़ता रहे, इसके साथ मैं भी जुड़ना चाहता हूं.'' रणदीप हुड्डा ने आगे कहा, '' मेरी सीएम साहब से इस विषय में बात हुई है कि मध्यप्रदेश में एक फिल्म सिटी खोलनी चाहिए. इसके साथ ही एक फिल्म इंस्टिट्यूट भी खोलना चाहिए, जिससे प्रदेश के लोगों को प्रोत्साहन मिल सके. देश ही नहीं दुनिया से लोग आकर यहां फिल्मों की शूटिंग करें और यहां की प्राकृतिक सुंदरता अपने कैमरे में उतारें.'' इस दौरान सीएम मोहन यादव भी हामी भरते नजर आए.
सीएम मोहन यादव ने गिनाई उपलब्धियां
विरासत कार्यक्रम के दौरान सीएम ने एक्टर रणदीप हुड्डा का स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने सराकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा, '' पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उमाभारती और बाबू लाल गौर से लेकर अब तक सरकार ने नर्मदा जल से मालवा और निवाड़ को सींचा है. प्रदेश में एग्रीकलचर क्रांति हुई है. मध्यप्रदेश की एग्रीकल्चर में 25 प्रतिशत की ग्रोथ है. अब प्रदेश के प्रत्येक जिले में सिंचाई के लिए पानी का प्रबंध किया जा रहा है. अभी नदी जोड़ो अभियान के तहत प्रदेश में एक लाख करोड़ रु की परियोजना शुरु की जा रही है. 17 दिसंबर को काली सिंध परियेाजना का शिलान्यास प्रधानमंत्री जयपुर से करेंगे. इससे मध्यप्रदेश के 11 जिले गुना, शिवुपरी, देवास, सीहोर, राजगढ़, आगर मालवा, इंदौर, शाजापुर, मंदसौर और मुरैना जिलों में सिंचाई की सुविधा मिलेगी. प्रदेश की 6 लाख 13 हेक्टेयर जमीन सिंचित होगी.''
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मुख्य आतिथ्य में रवींद्र भवन, भोपाल में आयोजित 'कलाओं की विविधता का उत्सव: विरासत' कार्यक्रम#MYCM #मुख्यमंत्री_जनकल्याण_अभियान #जनकल्याण_पर्व_MP #1YearOfMohanYadavSarkar https://t.co/eMHUcYnv3Q
— Office of Dr. Mohan Yadav (@drmohanoffice51) December 13, 2024
एमपी की विरासत संजोने आर्कियोलाजी सर्वे
पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव शिव शेखर शुक्ला ने बताया, '' मध्यप्रदेश में प्रत्येक जिले और तहसील का आर्कियोलाजिकल सर्वे किया जा रहा है. जो संपदा हमारी बिखरी है, उसे लिपिबद्ध किया जा रहा है. प्रत्येक जिले के जो स्वतंत्रता संग्राम सेनानी हैं, उनका डाक्यूमेंटेशन किया जा रहा है. मध्यप्रदेश में विरासत को लेकर पर्याप्त काम हो रहा है. मध्यप्रदेश एक ऐसा राज्य है, जहां सबसे अधिक यूनेस्को की वर्ल्ड हेरिटेज साइट हैं. राज्य में प्रमुख त्योहारों का डाक्यूमेंटेशन भी तैयार किया जा रहा है.''