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मध्य प्रदेश बीजेपी को मिलने वाला है बॉस, जानिए कौन हो सकता है नया बसंत - MP BJP PRESIDENT ELECTION

मध्य प्रदेश में बहुत जल्द बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव होने वाला है. इस रेस में कई बड़े नेताओं का नाम सामने आ रहा है.

MP BJP PRESIDENT ELECTION
मध्य प्रदेश अध्यक्ष की दौड़ में बढ़ रहे दावेदार (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 16, 2025, 6:35 PM IST

Updated : Jan 16, 2025, 6:42 PM IST

भोपाल: मध्य प्रदेश बीजेपी जिलाध्यक्षों के एलान के बाद अब जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की घंटी बजेगी. सवाल ये है कि देश के आदर्श संगठनों में गिने जाने वाले मध्य प्रदेश में जब मुख्यमंत्री के तौर पर सत्ता का चेहरा पार्टी ने बदला है, तो क्या संगठन में भी अब लंबे समय से प्रस्तावित बदलाव होगा. या लोकसभा चुनाव में मिली बंपर जीता का इनाम वीडी शर्मा को दिया जा सकता है. हालांकि जानकार बता रहे हैं कि वीडी एक एक्सटेंशन ले चुके हैं, लिहाजा इसकी संभावना कम है.

तो सवाल यह है कि बीजेपी संगठन में प्रदेश अध्यक्ष की कमान किस योग्यता के पैमाने पर और किस नेता को दी जाएगी? पार्टी नेतृत्व की राइट च्वाइस कौन बनेगा? क्या इस नए चेहरे में मोहन यादव की पसंद का खास ख्याल रखा जाएगा. फिलहाल मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में जिन नामों की चर्चा है. उनमें सबसे मजबूत नाम हेमंत खंडेलवाल का है. दूसरे नाम पर पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया हैं. लंबे समय से पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे नरोत्तम मिश्रा भी लॉबिंग में जुटे हैं. जानकारी के मुताबिक फरवरी तक बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल सकता है.

मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव में मोहन की मर्जी

मध्य प्रदेश बीजेपी में करीब 18 साल बाद सत्ता का चेहरा बदला है. शिवराज सिंह चौहान की जगह मोहन यादव को कमान सौंपी गई है. माना जा रहा है कि अब संगठन में होने जा रहे बदलाव में भी मोहन की मर्जी को प्रमुखता दी जाएगी. बीजेपी के हर दौर में संगठन और सरकार का समन्वय सबसे बड़ी चुनौती रहा है. लिहाजा पार्टी चाहती है कि दो साल बाद होने वाले नगरीय निकाय के चुनाव और करीब 4 साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव तक पार्टी संगठन और सरकार में समन्वय के साथ मजबूत बनी रहे.

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अरविंद भदौरिया भी बन सकते हैं प्रदेश अध्यक्ष (ETV Bharat)

लिहाजा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का नाम फाइनल करने के पहले इस पर विचार करेगी कि सीएम मोहन यादव से प्रदेश प्रमुख का समन्वय बना रहे. बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल कहते हैं, "देश का सबसे बड़ा राजनीतिक दल हमारा है. जिसमें मंडल अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पूरे लोकतांत्रिक तरीके से होती है. ये पार्टी का संगठन पर्व है, जिसमें अभी तक मंडल और जिलाध्यक्षों का संगठन पर्व समपन्न हुआ है. आगे प्रदेश अध्यक्ष की प्रक्रिया पूरी होगी."

दिन बढ़े तो नए चेहरे भी जुड़ रहे हैं दौड़ में

मध्य प्रदेश बीजेपी में यूं 5 जनवरी के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जानी थी, लेकिन जिलाध्यक्षों की घोषणा में हुई देरी की वजह से आधा महीना तो जिलाध्यक्षों की सूची आने में लग गया, लेकिन माना जा रहा है कि जनवरी महीने के आखिर तक मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष का एलान भी हो जाएगा. हालांकि जैसे-जैसे इस एलान में देरी हो रही है. पार्टी में दावेदारों के नए चेहरे सामने आ रहे हैं. अभी तक सबसे मबजूत नाम इस दौड़ में हेमंत खंडेलवाल का माना जा रहा है. बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल इस दौड़ में सबसे आगे हैं. लो प्रोफाइल नेताओं में उनकी गिनती होती है.

HEMANT STATE PRESIDENT RACE
रेस में फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम (ETV Bharat)

आदिवासी या सवर्ण किसे मिलेगा पद

इनके बाद सुमेर सिंह सोलंकी के साथ दुर्गादास उइके और अगर पार्टी आदिवासी चेहरे पर दांव लगाती है, तो फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम भी हो सकता है. उधर सवर्ण नामों में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा और अरविंद भदौरिया मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का पुर्नवास पार्टी में लंबे समय से लंबित भी है. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान न्यू ज्वाइनिंग टोली के मुखिया के तौर पर अपनी परफॉर्मेंस भी दी है.

वहीं आरएसएस की पृष्ठभूमि से आने वाले अरविंद सिंह भदौरिया को संगठन का लंबा अनुभव है. संघ की जमीन उनकी दावेदारी को मजबूत बनाती है. वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश भटनागर कहते हैं, "बीजेपी में कोई भी चुनाव बहुत सारे फैक्टर देखने परखने के बाद होता है. फिर प्रदेश अध्यक्ष का पद तो पार्टी का सबसे महत्वपूर्ण पद है. पार्टी जातिगत समीकरण पर भी विचार करेगी. पार्टी में मुख्यमंत्री का पद अभी तक ओबीसी वर्ग को दिया गया है. संगठन में अभी कमान सवर्ण के हाथ में रही. मुमकिन है कि अगर बदलाव होता है तो पार्टी किसी आदिवासी चेहरे को भी इस पद पर मौका दे सकती है. फिलहाल पार्टी चुनाव के मुहाने पर शांतिकाल नहीं है, तो निर्णय उस हिसाब से भी हो सकता है."

भोपाल: मध्य प्रदेश बीजेपी जिलाध्यक्षों के एलान के बाद अब जल्द ही प्रदेश अध्यक्ष की घोषणा की घंटी बजेगी. सवाल ये है कि देश के आदर्श संगठनों में गिने जाने वाले मध्य प्रदेश में जब मुख्यमंत्री के तौर पर सत्ता का चेहरा पार्टी ने बदला है, तो क्या संगठन में भी अब लंबे समय से प्रस्तावित बदलाव होगा. या लोकसभा चुनाव में मिली बंपर जीता का इनाम वीडी शर्मा को दिया जा सकता है. हालांकि जानकार बता रहे हैं कि वीडी एक एक्सटेंशन ले चुके हैं, लिहाजा इसकी संभावना कम है.

तो सवाल यह है कि बीजेपी संगठन में प्रदेश अध्यक्ष की कमान किस योग्यता के पैमाने पर और किस नेता को दी जाएगी? पार्टी नेतृत्व की राइट च्वाइस कौन बनेगा? क्या इस नए चेहरे में मोहन यादव की पसंद का खास ख्याल रखा जाएगा. फिलहाल मध्य प्रदेश के सियासी गलियारों में जिन नामों की चर्चा है. उनमें सबसे मजबूत नाम हेमंत खंडेलवाल का है. दूसरे नाम पर पूर्व मंत्री अरविंद भदौरिया हैं. लंबे समय से पुनर्वास की प्रतीक्षा कर रहे नरोत्तम मिश्रा भी लॉबिंग में जुटे हैं. जानकारी के मुताबिक फरवरी तक बीजेपी को नया अध्यक्ष मिल सकता है.

मध्य प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष के चुनाव में मोहन की मर्जी

मध्य प्रदेश बीजेपी में करीब 18 साल बाद सत्ता का चेहरा बदला है. शिवराज सिंह चौहान की जगह मोहन यादव को कमान सौंपी गई है. माना जा रहा है कि अब संगठन में होने जा रहे बदलाव में भी मोहन की मर्जी को प्रमुखता दी जाएगी. बीजेपी के हर दौर में संगठन और सरकार का समन्वय सबसे बड़ी चुनौती रहा है. लिहाजा पार्टी चाहती है कि दो साल बाद होने वाले नगरीय निकाय के चुनाव और करीब 4 साल बाद होने वाले विधानसभा चुनाव तक पार्टी संगठन और सरकार में समन्वय के साथ मजबूत बनी रहे.

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अरविंद भदौरिया भी बन सकते हैं प्रदेश अध्यक्ष (ETV Bharat)

लिहाजा पार्टी प्रदेश अध्यक्ष का नाम फाइनल करने के पहले इस पर विचार करेगी कि सीएम मोहन यादव से प्रदेश प्रमुख का समन्वय बना रहे. बीजेपी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल कहते हैं, "देश का सबसे बड़ा राजनीतिक दल हमारा है. जिसमें मंडल अध्यक्ष से लेकर प्रदेश अध्यक्ष के चयन की प्रक्रिया पूरे लोकतांत्रिक तरीके से होती है. ये पार्टी का संगठन पर्व है, जिसमें अभी तक मंडल और जिलाध्यक्षों का संगठन पर्व समपन्न हुआ है. आगे प्रदेश अध्यक्ष की प्रक्रिया पूरी होगी."

दिन बढ़े तो नए चेहरे भी जुड़ रहे हैं दौड़ में

मध्य प्रदेश बीजेपी में यूं 5 जनवरी के बाद से ही प्रदेश अध्यक्ष के लिए चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जानी थी, लेकिन जिलाध्यक्षों की घोषणा में हुई देरी की वजह से आधा महीना तो जिलाध्यक्षों की सूची आने में लग गया, लेकिन माना जा रहा है कि जनवरी महीने के आखिर तक मध्यप्रदेश में प्रदेश अध्यक्ष का एलान भी हो जाएगा. हालांकि जैसे-जैसे इस एलान में देरी हो रही है. पार्टी में दावेदारों के नए चेहरे सामने आ रहे हैं. अभी तक सबसे मबजूत नाम इस दौड़ में हेमंत खंडेलवाल का माना जा रहा है. बैतूल से विधायक हेमंत खंडेलवाल इस दौड़ में सबसे आगे हैं. लो प्रोफाइल नेताओं में उनकी गिनती होती है.

HEMANT STATE PRESIDENT RACE
रेस में फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम (ETV Bharat)

आदिवासी या सवर्ण किसे मिलेगा पद

इनके बाद सुमेर सिंह सोलंकी के साथ दुर्गादास उइके और अगर पार्टी आदिवासी चेहरे पर दांव लगाती है, तो फग्गन सिंह कुलस्ते का नाम भी हो सकता है. उधर सवर्ण नामों में पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा और अरविंद भदौरिया मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा का पुर्नवास पार्टी में लंबे समय से लंबित भी है. उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान न्यू ज्वाइनिंग टोली के मुखिया के तौर पर अपनी परफॉर्मेंस भी दी है.

वहीं आरएसएस की पृष्ठभूमि से आने वाले अरविंद सिंह भदौरिया को संगठन का लंबा अनुभव है. संघ की जमीन उनकी दावेदारी को मजबूत बनाती है. वरिष्ठ राजनीतिक विश्लेषक प्रकाश भटनागर कहते हैं, "बीजेपी में कोई भी चुनाव बहुत सारे फैक्टर देखने परखने के बाद होता है. फिर प्रदेश अध्यक्ष का पद तो पार्टी का सबसे महत्वपूर्ण पद है. पार्टी जातिगत समीकरण पर भी विचार करेगी. पार्टी में मुख्यमंत्री का पद अभी तक ओबीसी वर्ग को दिया गया है. संगठन में अभी कमान सवर्ण के हाथ में रही. मुमकिन है कि अगर बदलाव होता है तो पार्टी किसी आदिवासी चेहरे को भी इस पद पर मौका दे सकती है. फिलहाल पार्टी चुनाव के मुहाने पर शांतिकाल नहीं है, तो निर्णय उस हिसाब से भी हो सकता है."

Last Updated : Jan 16, 2025, 6:42 PM IST
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