मुरैना। पीने के पानी की किल्ल्त से निजात दिलाने की मांग को लेकर आधा सैकड़ों महिलाएं कलेक्ट्रेट पहुंचीं. जहां उन्होंने पानी को लेकर जमकर नारेबाजी की. महिलाओं के साथ आई सुचित्रा देवी ने ADM सीबी प्रसाद को बताया "ग्राम नूराबाद में नल जल योजना के 2 बोर चालू थे, लेकिन उक्त दोनों बोर का जल स्तर नीचा चला जाने के कारण दोनों बोर फैल हो गए. इस कारण ग्रामीणों के सामने पीने के पानी का गंभीर संकट पैदा हो गया है. जल-जीवन मिशन के तहत ग्राम नूराबाद में नवीन नल जल योजना का कार्य नवम्बर 2022 से प्रगति पर है. ठेकेदार द्वारा रुचि नहीं लेने के कारण योजना का कार्य आज तक पूर्ण नहीं किया गया है."
पानी लेने के लिए नदी तक जाना पड़ता है
नूराबाद से आई महिलाओं ने बताया कि हम लोग मजदूरी करते हैं. जब हम लोग मजदूरी कर घर आते हैं तो पीने के पानी लेने सांक नदी जाना पड़ता है, जो काफी दूर है. पानी लाने में आधा घंटे का समय लग जाता है और बच्चे भी परेशान हो जाते हैं. नदी के पानी से नहाने पर बच्चे बीमार हो रहे है और उनको खुजली की भी शिकायत है. हम लोगों ने पहले भी कलेक्टर से शिकायत की थी. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. इसलिए हम लोग फिर दोबारा आए हैं, लेकिन कलेक्टर से मुलाक़ात नहीं हो पाई.
एडीएम ने दिया महिलाओं को आश्वासन
महिलाओं का कहना है कि ठेकेदार द्वारा बंगाली कॉलोनी, अम्बेडकर कॉलोनी, माहौर मोहल्ला, मस्जिद वाली गली एबी रोड़ चौराहा तक घरों के लिये पाइपलाइन नहीं बिछाई गई और न नल कनेक्शन दिए गए हैं. ग्रामीणजन पीने का पानी सांक नदी से भरकर ला रहे हैं. जनता काफी परेशान है. ठेकेदार द्वारा विगत 3 वर्ष से नल जल योजना को सुचारू रूप से चलाने हेतु रुचि नहीं ली जा रही है और न प्रयास किये जा रहे हैं. वहीं इस मामले में ADM सीबी प्रसाद का कहना है "नूराबाद की महिलाएं आई थीं. पानी की समस्या बता रही थीं. हमने PHE को निर्देशित किया है कि एक बोर का खनन कराया जाए. फिलहाल पानी की व्यवस्था के लिए टैंकर भेजे जा रहे हैं. इस समस्या को जल्द खत्म किया जाएगा."