मुरैना। मुरैना जिले की कैलारस जनपद की ग्राम पंचायत गुलपुरा की नाथ सपेरा बस्ती में 150 परिवार मिट्टी के कच्चे घरों में रहते हैं. 750 की आबादी वाली यह बस्ती बीती रात हुई बारिश के पानी से घिर गई. घरों के अंदर पानी भरने से 3 ग्रामीणों के कच्चे मकान की दीवारें ढह गईं. इससे ग्रामीणों में दहशत फैल गई. बस्ती में रहने वाले बनवारी सपेरा, बनिवास नाथ, किशोर नाथ, राजेंद्र नाथ, नरेश, रहीशा, गोरे, महेश, सुमेरा, रंजन, हल्का, रामदयाल, तारासिंह, आदिराम, राजेंद्र श्रिया, जीवाराम, उदय, सतीश, त्रिवेणी, चमेली, रामवती, रब्बी, गुड्डी,आफताब ने बताया कि पूरी रात बारिश के बीच खुले आसमां के नीचे तिरपाल डालकर बच्चों के साथ रात गुजारी.
तहसीदार ने बस्ती में पहुंचकर लिया जायजा
इस मामले में केलारस तहसीलदार विश्राम बघेल का कहना है "ज्यादा नुकसान नहीं है. बस्ती में जलभराव होने की वजह से नीचे बने घरों में नुकसान हुआ है. खेतों में पानी भरने ओर आगे की तरफ पानी की रुकावट की वजह से ये हुआ है. हमने जेसीबी मशीन भेजी है जिससे पानी निकालने की व्यवस्था की जा रही है. जो मकान गिरे हैं, उनको दिखवाकर जो भी आर्थिक मदद संभव है, की जाएगी." वहीं, बारिश भले ही कम हो गई हो, लेकिन लोगों की परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही है.
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पूरी बस्ती में कच्चे मकान, आधे गिर गए
ग्राम पंचायत गुलपुरा की नाथ सपेरा बस्ती में अभी भी 3 से 4 फीट पानी भरा है. इस कारण गांव में रहने वाले लोगों की खाने-पीने की सामग्री से लेकर के सारा सामान नष्ट हो गया है. सूचना मिलने पर पुलिस और प्रशासन की टीम पहुंची है. प्रशासन के लोग ग्रामीणों के खाने पीने का बदोबस्त करने में लगे हैं. ग्रामीणों का कहना है कि यहां 150 परिवार रहते हैं. यहां की आबादी 750 के आसपा है. इसके बाद भी उनके गांव में एक भी पक्का मकान नहीं है. कई बार वे पीएम आवास के लिए आवेदन दे चुके हैं, लेकिन, कोई सुनवाई नहीं होती.