मुरैना। जिले की सबलगढ़ तहसील क्षेत्र में तेंदुओं की मौत का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. पूरे दो महीने गुजरने के बाद आज फिर सड़क पर एक तेंदुआ मृत अवस्था के पड़ा हुआ मिला है. तेंदुए की मौत से वन विभाग में हड़कंप मच गया है. तेंदुआ कहां से आया और उसकी मौत कैसे हुई है, फिलहाल अधिकारियों को इस बात की कोई जानकारी नहीं है. अनुमान लगाया जा रहा है कि संभवतः वाहन दुर्घटना से उसकी मौत हुई होगी. वन विभाग के अधिकारी मामले की जांच करने में जुट गए हैं.
तेंदुए की नाक से बह रहा था खून
सबलगढ़ तहसील से करीब 3 किलो मीटर दूर रामपुर घाटी के पास मंगलवार को बीच सड़क पर एक तेंदुए का शव पड़ा हुआ मिला है. प्रत्यक्ष दर्शियों के अनुसार तेंदुए के मुंह के पास जमीन पर खून पड़ा हुआ था, जो उसकी नाक से निकला है. ग्रामीणों ने तत्काल इसकी सूचना पुलिस व फॉरेस्ट बिभाग को दी. खबर लगते ही वनकर्मी मौके पर पहुंच गए. वन कर्मचारियों ने कागजी कार्यवाही पूर्ण कर शव के पोस्टमार्टम के लिए वेटनरी डॉक्टरों को बुलाया.
सबलगढ़ व पहाड़गढ़ के जंगल मे तेंदुओं का कुनबा
यह तेंदुआ कहां से आया और कैसे मरा है, फिलहाल फॉरेस्ट अधिकारियों के पास इस बात की कोई जानकारी नहीं है. डीएफओ स्वरूप दीक्षित का कहना है कि, ''सड़क पर एक तेंदुए का शव मिला है, संभवतः उसकी मौत सड़क दुर्घटना की वजह से हुई होगी. लेकिन मौत की असल वजह पीएम रिपोर्ट आने के बाद ही पता चलेगी. सबलगढ़ व पहाड़गढ़ के जंगल मे तेंदुओं का कुनबा रहता है, लेकिन उनकी संख्या कितनी है, इसका अनुमान नहीं है. अभी हाल ही में कूनो राष्ट्रीय उद्यान में भी तेंदुए छोड़े गए हैं. संभवतः वहां से भी तेंदुए आ सकते हैं. मामले की जांच की जा रही है.''