मुरैना। जिले के जौरा कस्बे से सटे इमलिया गांव में खेत में बाजरा काट रहे किसान को बीच खेत में 10 फीट लंबा अजगर दिखाई दिया. इससे खेत में काम कर रहे मजदूरों में हड़कंप मच गया. वन विभाग की ओर से जौरा के रेंजर प्रणय श्रीवास्तव ने विनोद कुमार उपाध्याय डिप्टी रेंजर, सरनाम सिंह बघेल, देवकी नंदन शर्मा, सुनील त्यागी, जगदीश शर्मा, रवि गुर्जर को भेजा, जिन्होंने 5 घंटे के रेस्क्यू के बाद अजगर को पकड़ा और उसे वियावान जंगल में ले जाकर छोड़ा, तब कहीं जाकर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली.
फसल काट रहे किसानों ने वन विभाग को दी सूचना
जौरा रेंज और बागचीनी थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इमलिया गांव में किसान बाजरा की फसल काट रहे थे. इसी दौरान 10 फीट का अजगर दिखाई दिया. इसके बाद आसपास के किसानों ओर मजदूरों में हड़कंप मच गया. अजगर को देखने के लिए भीड़ भी ज्यादा हो गई. ग्रामीणों ने जौरा रेंज की टीम को फोन से सूचित किया. वन विभाग की टीम तत्काल मौके पर पहुंची और 5 घंटे तक अजगर का रेस्क्यू किया. अजगर को सुरक्षित जंगल में छोड़ दिया गया.
इसके पहले ककरदा गांव में भी मिला था अजगर
बता दें कि अजगर का रेस्क्यू करने के बाद पगारा डैम के सुदूर जहां कई किलोमीटर तक गांव नहीं था, वहां इसे छोड़ा गया. रेस्क्यू में विनोद कुमार उपाध्याय डिप्टी रेंजर, सरनाम सिंह बघेल, देवकी नंदन शर्मा, सुनील त्यागी, जगदीश शर्मा, रवि गुर्जर की सराहनीय भूमिका रही. डिप्टी रेंजर विनोद उपाध्याय का कहना है "अजगर की सूचना हमें गांव के लोगों ने फोन पर दी, जिसके बाद तुरंत गांव में अपनी टीम को लेकर पहुंचे. अजगर का रेस्क्यू किया है, जिसे जंगल में छोड़ दिया गया है." बता दें कि कुछ दिन पहले ककरदा गांव के पास भी अजगर मिला था.