मुरैना। चंबल अंचल में इस सप्ताह हुई लगातार बारिश के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया. लगातार हो रही बारिश से घुमक्कड़ जाति के परिवारों का कामकाज ठप हो गया. ये परिवार रोज कमाने व रोज खाने वाले हैं. लगातार बारिश के कारण काम ठप हुआ तो भूखे मरने की नौबत आ गई. इन परिवारों में बीते 3 दिन से खाना नहीं बना है. बच्चे भूख से व्याकुल हैं. ऐसे में घुक्कड़ जाति के महिला-पुरुष फरियाद लेकर कलेक्टर आवास पर पहुंचे.
लगातार बारिश से दिक्कत, रोज कमाकर खाने वालों के सामने संकट
बता दें कि मुरैना जिले में पिछले 48 घंटे से हो रही लगातार बारिश के कारण जिले के हालात खराब होते जा रहे हैं और जनजीवन पर बहुत विपरीत प्रभाव पड़ रहा है. पिछले 3 दिन से मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है. बाजारों में सन्नाटा पसरा है. जिला मुख्यालय हो या तहसील या फिर कोई भी ग्रामीण क्षेत्र सभी जगह बारिश ने समस्याएं खड़ी कर दी हैं. ऐसे में भूख से परेशान घुमक्कड़ जाति के 40 से अधिक महिलाएं-पुरुष व बच्चे कलेक्टर बंगले पर पहुंच गए और मदद की गुहार लगाने लगे.
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पुलिस ने सुनी व्यथा तो कराया भोजन का इंतजाम
इसकी सूचना पाकर स्टेशन रोड थाना पुलिस मौक़े पर पहुंची और अपनी ओर से खाने का इंतजाम कराया गया. पुलिस ने इन लोगों ने बताया कि हम लोग रोज कमाने-खाने वालों के सामने भोजन का संकट खड़ा हो गया है. शहर की कृषि उपजमंडी परिसर में रहने वाले घुमक्कड़ जाति के 40 से अधिक महिलाएं-पुरुष व बच्चों की हालत देखकर पुलिस भी परेशान हो गई. स्टेशन रोड थाने में पदस्थ उपनिरीक्षक ऋषि शर्मा से महिलाओं-बच्चों ने रोते हुए कहा "साहब, 3 दिन से बारिश के चलते काम मिल नहीं रहा. हमने खाना तक नहीं खाया है." इसके बाद एसआई ने कहा "आज कलेक्टर साहब भ्रमण पर हैं. आज उनसे आपकी मुलाकात मुश्किल है. इसलिए मेरे साथ चलो मैं तुम्हे भोजन का इंतजाम करवाता हूं". पुलिस ने इन परिवारों को खाना बनाने के लिए आटा, सब्जी आदि मुहैया कराई.