कोटा : हार्ट वाइज सोसायटी की पहल पर 30,000 से अधिक हार्ट अटैक जीवन रक्षक किट का वितरण किया जाएगा. शनिवार को इसकी लांचिंग जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी, डीसीएम के प्रेसिडेंट वीनू मेहता और हार्ट वाइज के संरक्षक डॉ. साकेत गोयल ने की. इस किट का उद्देश्य हार्ट अटैक के दौरान त्वरित और प्रभावी उपचार सुनिश्चित करना है. हार्ट वाइज सोसायटी ने 9 फरवरी को वॉक ओ रन 2025 आयोजित करने की घोषणा की है. संस्था का दावा है कि यह भारत का सबसे बड़ा हेल्थ इवेंट होगा, जिसमें हजारों लोग दौड़ में भाग लेंगे.
जीवन रक्षक किट का महत्व : हार्ट अटैक किट में डिस्प्रिन, एटोरवास्टेटिन और सबलिंगुअल इसॉर्डिल की गोलियां शामिल हैं. डॉ. साकेत गोयल ने बताया कि संदिग्ध हार्ट अटैक वाले मरीज को डिस्प्रिन चबाने के लिए दी जानी चाहिए, जो प्लेटलेट जमाव को रोकती है. एटोरवास्टेटिन कोलेस्ट्रॉल नियंत्रण के लिए दी जाती है, जबकि आइसॉर्डिल दर्द में राहत देती है, बशर्ते मरीज का बीपी सामान्य हो.
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किट की उपयोगिता पर जोर : जिला कलेक्टर डॉ. रविंद्र गोस्वामी ने किट को एक निश्चित स्थान पर रखने की सलाह दी, ताकि जरूरत पड़ने पर इसे आसानी से ढूंढा जा सके. उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक के होल्डन ऑवर में यह किट जीवनदान साबित हो सकती है. डॉ. साकेत गोयल ने कहा कि डिस्प्रिन चबाने से रक्त के थक्के बनने से रोका जा सकता है, जिससे हृदय की धमनियां अवरुद्ध नहीं होतीं.
जर्नल ऑफ द अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अध्ययन के अनुसार सीने में दर्द शुरू होने के 4 घंटे के भीतर डिस्प्रिन लेने से हजारों लोगों की जान बचाई जा सकती है. हार्ट वाइज सोसायटी की इस पहल से कोटा शहर में स्वास्थ्य जागरूकता को एक नई दिशा मिलेगी. यह किट लोगों को हार्ट अटैक से बचाने और समय पर उपचार के लिए प्रेरित करेगी।