भोपाल. जिस दिन का देशवासियों को बेसब्री से इंतजार था, वो दिन आ गया है. केरल में मॉनसून ने लगभग 36 घंटे पहले एंट्री मार ली है. केरल के तटों पर जोरदार बारिश के साथ मॉनसून 2024 का आगाज हो गया है. वहीं मॉनसून आने से भीषण गर्मी से झुलस रहे मध्यप्रदेश को भी राहत मिलने लगेगी. अगले 48 घंटों में प्रदेश के कई जिलों में तापमान तेजी से नीचे आएगा और लोगों को इस भीषण गर्मी से राहत मिलने लगेगी. इतना ही नहीं, आने वाले दिनों में आंधी-तूफान के साथ बारिश से भी तपते हुए मध्यप्रदेश को ठंडक मिलने लगेगी.
मौसम विभाग ने की मॉनसून आने की पुष्टि
मौसम विभाग ने देश में दक्षिण पश्चिम मानसून के आने की पुष्टि कर दी है. दरअसल, जैसे ही दक्षिण पश्चिम मानसून केरल के तट से टकराता है, इसे देश में मॉनसून की शुरुआत माना जाता है. आमतौर पर केरल में मॉनसून पहुंचने की तारीख 1 से 2 जून के बीच होती है लेकिन इस बार ये 36 घंटे पहले यानी डेढ़ दिन पहले ही केरल पहुंच गया है. इसका सीधा मतलब है कि अब मध्य व उत्तर भारत में अधिकतम तापमान में कमी आने लगेगी और मध्यप्रदेश में भी समय से पहले मॉनसून की एंट्री हो जाएगी.
एमपी में जल्द होगी मॉनसूनी बारिश शुरू
IMD के मुताबिक केरल में भारी बारिश का दौर शुरू हो गया है. यहां मॉनसून के समय से पहले पहुंचने के पीछे रेलम चक्रवात को वजह बताया जा रहा है. मध्यप्रदेश में मॉनसून केरल पहुंचने के 14 से 15 दिन बाद आता है लेकिन केरल में 30 मई को मॉनसून पहुंचने से 12-13 जून के आसपास एमपी में मॉनसूनी बारिश शुरू हो सकती हैं. अभी जहां प्रदेश के कई जिलों में तापमान 45 पार कर चुका है, तो वहीं दक्षिण पश्चिम मॉनसून आने से घने बादल छाएंगे और दिन के अधिकतम तापमान में कमी आएगी.
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मौसम विभाग के मुताबिक 1 से 3 जून के बीच मॉनसून दक्षिण कर्नाटक और तमिलनाडू में पहुंच सकता है. इसके बाद यह 5 जून तक मुंबई में दाखिल होगा. इसके साथ ही मॉनसून असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर में दस्तक देगा. मॉनसून की ये तारीखें हवा की रफ्तार और कई गणनाओं पर आधारित होती हैं. इनमें परिवर्तन आने से मॉनसून की रफ्तार भी धीमी या तेज हो सकती है.