रतलाम/भोपाल. पश्चिमी मध्य प्रदेश में मॉनसून की एंट्री हो चुकी है. सोमवार शाम हुई मूसलाधार बारिश के साथ ही पश्चिमी मध्यप्रदेश में मॉनसून की आमद दर्ज की गई. उज्जैन, धार, झाबुआ, रतलाम और मंदसौर जिले में जोरदार बारिश हुई. पश्चिमी मध्य प्रदेश में मॉनसून की पहली बारिश के साथ ही किसानों ने खरीफ की फसलों की बुवाई भी शुरू कर दी है.
उमस और गर्मी से मिली राहत
सोमवार को रतलाम में हुई मॉनसून की पहली बारिश से कई क्षेत्रों में जल भराव हो गया और सड़कों पर पानी भर गया. वहीं, लोगों को इस बारिश भीषण गर्मी और बेचैन कर देने वाली बारिश ने बड़ी राहत दी. मध्य प्रदेश में सोमवार-मंगलवार तक मॉनसून करीब 36 से ज्यादा जिलों तक पहुंच चुका था. इसके बाद पश्चिम मध्य प्रदेश के रतलाम सहित कई जिलों में मॉनसून की जोरदार बारिश हुई.
एमपी के 60 फीसदी हिस्से में पहुंचा मॉनसून
मौसम विभाग के लेटेस्ट अपडेट के मुताबिक मध्यप्रदेश में अबतक लगभग 40 जिलों में मॉनसून पहुंच चुका है. इस लिहाज से दक्षिण पश्चिम मॉनसून 65 प्रतिशत मध्यप्रदेश को कवर कर चुका है और जुलाई की शुरुआत में ये पूरे मध्यप्रदेश में सक्रिय हो जाएगा. कई जिलों में प्री-मॉनसून की बारिश में ही किसानों द्वारा बुवाई का कार्य शुरू हो गया था, वहीं अब मॉनसून की फुहार के साथ बुवाई का कार्य तेजी से पूर्ण किया जा सकेगा.
आज इंदौर-उज्जैन में होगी बारिश
मालवा क्षेत्र में मॉनसून का इंतजार खत्म हो गया है और मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार आज मंगलवार को इंदौर, उज्जैन, रतलाम और उसके आसपास के क्षेत्रों में भी बारिश होने की संभावना है.
इनए जिलों के लिए अलर्ट जारी
आईएमडी के मुताबिक मध्यप्रदेश के ऊपर मॉनसून के कई छोटे-बड़े सिस्टम एक्टिव हैं. इसकी वजह से भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, सागर, इंदौर और उज्जैन संभाग के जिलों में आगे जोरदार बारिश होने की संभावना है. एक ओर जहां पश्चिमी और मध्य क्षेत्र में जोरदार बारिश होगी तो वहीं प्रदेश के बाकी हिस्सों में तेज हवाओं के साथ तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी.
क्या मॉनसून की ताजा स्थिति?
आईएमडी के ताजा बुलेटिन में बताया गया है कि प्रदेश में अरब सागर से आ रही तेज हवाएं अपने साथ नमी लेकर आ रही हैं. यही वजह है कि प्रदेश के अनेक हिस्सों में रुक-रुककर मॉनसूनी बादल सक्रिय हो रही हैं. वहीं राजस्थान के पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में साइक्लोनिक सर्कुलेश की वजह से मध्य प्रदेश से होते हुए झारखंड, बांग्लादेश और महाराष्ट्र से केरल तक अलग-अलग ट्रफ लाइन बनी हुई हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में प्रदेशवासियों को मूसलाधार बारिश के लिए तैयार रहना चाहिए.