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सावाधान! आईजीएमसी में घूम रहे चोर, गरीब महिला का ले उड़े पर्स...मजदूरी कर पैसे जोड़ पहुंची थी अस्पताल - Theft in IGMC

आईजीएमसी में 180 के लगभग सुरक्षा कर्मी तैनात है, जिनकी ड्यूटी अलग-अलग वार्ड और ओपीडी में होती है. इसके बाद भी अस्पताल में चोरी बढ़ रही हैं. बीते दिनों कुमारसैन से अपना उपचार करवाने के लिए पाई-पाई जोड़कर आईजीएमसी शिमला आई एक 65 वर्षीय महिला का यहां शातिरों ने पर्स उड़ा लिया, जिसमें पैसों के अलावा उसके अन्य जरूरी दस्तावेज भी थे. शातिर लोगों की जमापूंजी को आसानी से उड़ा रहे हैं.

IGMC security
आईजीएमसी शिमला (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : Jun 13, 2024, 12:58 PM IST

शिमला: आईजीएमसी में सुरक्षा व्यवस्था अब राम भरोसे है. दूर दराज के इलाकों से आने वाले मरीजों की सामान और पैसों पर जेब कतरे हाथ साफ कर रहे हैं. अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मी ना तो चोरों को पकड़ने और ना ही चोरी जैसे वारदातों को होने से रोक पा रहे हैं. चोरी की वारदातों के बाद भी अस्पताल प्रशासन सोया हुआ है. इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है.

आईजीएमसी में 180 के लगभग सुरक्षा कर्मी तैनात है, जिनकी ड्यूटी अलग-अलग वार्ड और ओपीडी में होती है. इसके बाद भी अस्पताल में चोरी बढ़ रही हैं. बीते दिनों कुमारसैन से अपना उपचार करवाने के लिए पाई-पाई जोड़कर आईजीएमसी शिमला आई एक 65 वर्षीय महिला का यहां शातिरों ने पर्स उड़ा लिया, जिसमें पैसों के अलावा उसके अन्य जरूरी दस्तावेज भी थे. शातिर लोगों की जमापूंजी को आसानी से उड़ा रहे हैं.

लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में दर्ज मामले में नाचकू देवी निवासी चुठी गांव डाकघर मधावनी तहसील कुमारसैन जिला शिमला ने बताया कि वह मंगलवार को अपना उपचार करवाने के लिए आईजीएमसी आई थी. उसके पास लाल रंग का पर्स था, जिसमें उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित 13,000 रुपए नकद रखे हुए थे, जो चोरी हो गया है. आईजीएमसी के मेडिसन वार्ड में गए थे और जब दवा लेने के लिए पर्स ढूंढा तो वो गायब हो चुका था.

IGMC security
आईजीएमसी शिमला (ईटीवी भारत)

पुलिस ने जारी की संदिग्ध की तस्वीर

महिला ने बताया कि वो घर पर अकेली रहती है. लोगों के घरों में दिहाड़ी मजदूरी और घरेलू काम करके दवाओं के लिए पैसे जोड़े थे, जिसे आईजीएमसी में कोई चुरा ले गया और अब महिला के पास पर्ची तो है, लेकिन दवा खरीदने के लिए पैसे नहीं है. लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी ने आईजीएमसी में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देने वाले एक युवक की तस्वीर जारी की है, जिसे सभी कर्मचारियों में सर्कुलेट किया जा रहा है और इसे देखते ही पुलिस को सूचित करने के लिए कहा गया है, ताकि पुलिस इसे दबोच सके.

सुरक्षाकर्मियों पर मरीजों से बदसलूकी के आरोप

वहीं, अस्पताल आए मरीजों और तमीरादारों ने सुरक्षा कर्मियों पर लापरवाही करने और उनसे बदसलूकी करने के भी आरोप लगाए हैं. इसकी शिकायत प्रशासन से भी की गई है. आईजीएमसी शिमला में अब नई सिक्योरिटी कंपनी के साथ टेंडर हुआ है और यहां पर 180 सुरक्षा कर्मियों को रखा गया है, लेकिन नई कंपनी से करार होने के बाद भी सुरक्षा कर्मियों को यहां पर एमएस, डिप्टी एमएस सहित कई कार्यालयों में रखा गया है. आरोप है कि कई सुरक्षा कर्मी डाक्टरों की चाकरी कर रहे है और घरों से लेकर कार्यालयों का काम कर रहे है.आईजीएमसी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जब डिप्टी एमएस डॉक्टर अमन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पीड़ित लिखित में शिकायत दे तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढे़ं: हिमाचल में लाखों महिलाओं का इंतजार खत्म, सरकार ने 1500 की मासिक पेंशन देने के लिए जारी की 23 करोड़ की राशि

शिमला: आईजीएमसी में सुरक्षा व्यवस्था अब राम भरोसे है. दूर दराज के इलाकों से आने वाले मरीजों की सामान और पैसों पर जेब कतरे हाथ साफ कर रहे हैं. अस्पताल में मौजूद सुरक्षाकर्मी ना तो चोरों को पकड़ने और ना ही चोरी जैसे वारदातों को होने से रोक पा रहे हैं. चोरी की वारदातों के बाद भी अस्पताल प्रशासन सोया हुआ है. इसका खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है.

आईजीएमसी में 180 के लगभग सुरक्षा कर्मी तैनात है, जिनकी ड्यूटी अलग-अलग वार्ड और ओपीडी में होती है. इसके बाद भी अस्पताल में चोरी बढ़ रही हैं. बीते दिनों कुमारसैन से अपना उपचार करवाने के लिए पाई-पाई जोड़कर आईजीएमसी शिमला आई एक 65 वर्षीय महिला का यहां शातिरों ने पर्स उड़ा लिया, जिसमें पैसों के अलावा उसके अन्य जरूरी दस्तावेज भी थे. शातिर लोगों की जमापूंजी को आसानी से उड़ा रहे हैं.

लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी में दर्ज मामले में नाचकू देवी निवासी चुठी गांव डाकघर मधावनी तहसील कुमारसैन जिला शिमला ने बताया कि वह मंगलवार को अपना उपचार करवाने के लिए आईजीएमसी आई थी. उसके पास लाल रंग का पर्स था, जिसमें उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड सहित 13,000 रुपए नकद रखे हुए थे, जो चोरी हो गया है. आईजीएमसी के मेडिसन वार्ड में गए थे और जब दवा लेने के लिए पर्स ढूंढा तो वो गायब हो चुका था.

IGMC security
आईजीएमसी शिमला (ईटीवी भारत)

पुलिस ने जारी की संदिग्ध की तस्वीर

महिला ने बताया कि वो घर पर अकेली रहती है. लोगों के घरों में दिहाड़ी मजदूरी और घरेलू काम करके दवाओं के लिए पैसे जोड़े थे, जिसे आईजीएमसी में कोई चुरा ले गया और अब महिला के पास पर्ची तो है, लेकिन दवा खरीदने के लिए पैसे नहीं है. लक्कड़ बाजार पुलिस चौकी ने आईजीएमसी में संदिग्ध गतिविधियों को अंजाम देने वाले एक युवक की तस्वीर जारी की है, जिसे सभी कर्मचारियों में सर्कुलेट किया जा रहा है और इसे देखते ही पुलिस को सूचित करने के लिए कहा गया है, ताकि पुलिस इसे दबोच सके.

सुरक्षाकर्मियों पर मरीजों से बदसलूकी के आरोप

वहीं, अस्पताल आए मरीजों और तमीरादारों ने सुरक्षा कर्मियों पर लापरवाही करने और उनसे बदसलूकी करने के भी आरोप लगाए हैं. इसकी शिकायत प्रशासन से भी की गई है. आईजीएमसी शिमला में अब नई सिक्योरिटी कंपनी के साथ टेंडर हुआ है और यहां पर 180 सुरक्षा कर्मियों को रखा गया है, लेकिन नई कंपनी से करार होने के बाद भी सुरक्षा कर्मियों को यहां पर एमएस, डिप्टी एमएस सहित कई कार्यालयों में रखा गया है. आरोप है कि कई सुरक्षा कर्मी डाक्टरों की चाकरी कर रहे है और घरों से लेकर कार्यालयों का काम कर रहे है.आईजीएमसी में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर जब डिप्टी एमएस डॉक्टर अमन से बात की गई तो उन्होंने कहा कि पीड़ित लिखित में शिकायत दे तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.

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