हल्द्वानी: 20 जून को बनभूलपुरा से लापता नाबालिग छात्राओं को पुलिस ने मंगलवार को मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से बरामद किया है. साथ ही पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को लेकर फरार होने वाले किशोर को भी पकड़ा है. जिसके बाद नाबालिग युवक को न्यायालय के आदेश के बाद बाल सुधार गृह भेजा गया है. दोनों नाबालिग लड़कियों को भगाने में चार मददगाराें को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस की गिरफ्तारी के बाद इस मामले में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं.
नाबालिग लड़कियों को भगाने में शामिल परिवार: इस मामले में पुलिस ने बताया दोनों छात्राएं किशोर और एक अन्य के साथ मुंबई भागने की फिराक में थीं. इस पूरी घटना में नाबालिग युवक का मामा मददगार बना था. पुलिस ने सीसीटीवी और लड़कियों के मोबाइल की सीडीआर खंगाली तो लड़कियों का लोकेशन मृदाटोला सहसवान बदायूं में मिली. इस क्षेत्र में आरोपी लड़के की बहन रहती है. लड़कियों की तलाश करते हुए पुलिस नाबालिग लड़के की बहन के घर पहुंची, लेकिन उससे 20 मिनट पहले ही वह वहां से निकल चुके थे. आरोपी युवक की बहन ने भागने के लिए उन्हें दो हजार रुपये भी दिए. पुलिस ने पूछताछ की तो आरोपी की बहन और उसके पति ने लड़कियों के घर आने की बात छिपा लिया. पुलिस के जाते ही बहन ने लड़के के मामा को सूचना दी. इसके बाद आरोपी लड़के की बहन, जीजा और मामा ने पुलिस को गुमराह करना शुरू किया. दूसरी ओर से तीनों को मुंबई भेजने की योजना बनाने लगे. इसी बीच पुलिस को पता लगा कि तीनों ट्रेन से बैठकर दिल्ली निकले हैं. इसके बाद पुलिस टीम इनके पीछे लगी. तीनों को रेलवे स्टेशन मंसूरपुर मुजफ्फरनगर उत्तर प्रदेश से बरामद किया गया.
सर्विलांस से पुलिस को मिली सफलता: दो नाबालिग छात्राओं और नाबालिग युवक के पास पैसे नहीं थे. इसके लिए इन्होंने एक हजार रुपये में अपने दोस्त आमिल को मोबाइल बेच दिया. मोबाइल में जैसे ही आमिल ने सिम लगाया. पुलिस को लोकेशन मिल गई. तीनों पकड़े गए साथ ही मददगार भी दबोचे गए. पुलिस ने नाबालिग का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया था. पांच दिन से इनका मोबाइल बदायूं के बाद से बंद आ रहा था. पुलिस मोबाइल की ईएमआई को दो बार सर्विलांस में लगाकर चेक कर रही थी.
आरोपी मुजफ्फरनगर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार: पुलिस को मोबाइल की लोकेशन मुजफ्फरनगर में मिली. इसके बाद पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर लिया.बताया जा रहा है कि नाबालिग युवक का मामा हल्द्वानी निवासी शातिर प्रवृत्ति का है. वह पूर्व में भी एक हिंदू लड़की को भगाकर शादी करने के मामले में जेल जा चुका है. इस बार हल्द्वानी निवासी उसका मामा दोनों नाबालिग लड़कियों को भगाने में अहम रहा. उसने अपने भांजे के साथ उन लड़कियों को यहां से लापता कर दिया. फिलहाल, पुलिस ने नाबालिग को हिरासत में लेते हुए न्यायालय में पेश किया. जिसके बाद न्यायालय ने बाल सुधार गृह भेज दिया है. दोनों नाबालिग लड़कियों को भगाने में मददगार करने वाले नाबालिक युवक के बहन और जीजा के साथ-साथ मामा और नाबालिग एक दोस्त को गिरफ्तार किया है.
बनभूलपुरा थाना क्षेत्र की 9वीं और 11वीं में पढ़ने वाली दोनों छात्राएं एक ही घर में रहती थीं. इनमें से एक किराएदार थी. नाबालिग लड़का भी इन दोनों के घर के पास रहता था. 20 जून की शाम सात बजे वह इन दोनों को अपने साथ ले गया. जहां ट्रेन के माध्यम से सीधे दोनों नाबालिग लड़कियों को अपने बहन के घर बदायूं ले गया.
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