ग्वालियर: वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों की दिशा में मध्य प्रदेश में अब नए नवाचार किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में अब ग्वालियर चंबल अंचल भी ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में जल्द उभर कर सामने आने वाला है. ग्वालियर चंबल संभाग में जहां शहर के जलाशय तिघरा में फ्लोटिंग सोलर पैनल लगाए जाएंगे. वहीं, चंबल के वीरान पड़े बीहड़ों में भी सोलर पैनल लगाकर वैकल्पिक ऊर्जा यानी ग्रीन एनर्जी का उत्पादन किया जाएगा.
5 साल में 30,000 मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन करेगा एमपी
नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला का दावा है कि, ''इस ऊर्जा का उत्पादन करके किसानों, छोटे उद्योगों और आम लोगों को बिजली प्रदाय की जाएगी.'' मंत्री राकेश शुक्ला ने इन दोनों ही क्षेत्र में जल्द से जल्द कार्य शुरू हों, इसके लिए जल्द ही सर्वे शुरू होने की बात कही है. राकेश शुक्ला का कहना है कि, ''प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2030 तक देश की कुल ऊर्जा खपत का 50% नवीकरणीय ऊर्जा के माध्यम से पूर्ति करने का संकल्प लिया है. इस संकल्प में प्रदेश ने भी संकल्प लिया है कि वह आगामी 5 साल में 30 हजार मेगावाट अक्षय ऊर्जा का उत्पादन करके अपना रोल अदा करेगा.''
किसानों को पंप खरीदी पर सब्सिडी दे रही सरकार
नवीकरणीय मंत्री राकेश शुक्ला का यह भी कहना है कि, ''नवकरणीय ऊर्जा का यह महत्वपूर्ण समय है. इसके जरिए सरकार छोटे किसानों, छोटे व्यापारियों के साथ ही सामान्य नागरिकों और बड़े व्यापारियों को सस्ती बिजली उपलब्ध कराने के लिए काम कर रही है. सरकार किसानों के लिए खेतों पर सोलर पैनल के साथ पंप खरीदी पर अच्छी सब्सिडी भी दे रही है.''
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कीर्तिमान स्थापित करेगा मध्य प्रदेश
नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री राकेश शुक्ला का कहना है कि, ''प्रदेश में जल, जमीन और हवा की पर्याप्त मात्रा है. ऐसे में इन तीनों का उपयोग करके मध्य प्रदेश नए कीर्तिमान स्थापित करेगा और जो लक्ष्य देश के प्रधानमंत्री मोदी ने 2030 के लिए रखा है. उसमें मध्य प्रदेश भी अपनी अहम भूमिका अदा करेगा.''