पटना: 1 अक्टूबर से बिहार में श्रमिकों की मजदूरी में बढ़ोतरी हुई है. राज्य सरकार के श्रम संसाधन विभाग के नए निर्देश के मुताबिक आज से न्यूनतम मजदूरी दर में रोजाना के 2 से लेकर 5 रुपये तक का इजाफा हुआ है. श्रम संसाधन विभाग के इस फैसले से प्रदेश के 3 करोड़ कामगारों को लाभ मिलेगा.
श्रमिकों को नई दर पर मिलेगी मजदूरी: श्रम संसाधन विभाग के अनुसार 69 तरह के काम करने वाले नियोजन में अकुशल श्रेणी के मजदूरों को अभी 410 रुपये मिल रहा है, इसमें 2 रुपये की वृद्धि होगी और अब यह बढ़कर 412 रुपये हो जाएगा. अर्ध कुशल कामगारों को अभी 426 मजदूरी मिल रही है, जो पढ़कर 428 रुपये हो जाएगा.
किसे कितना मिलेगा मेहनताना?: वहीं, कुशल कामगारों को 519 रुपये मजदूरी मिल रही है, जो बढ़कर 521 रुपये हो जाएगा. अति कुशल कामगारों को अभी 634 रुपये प्रतिदिन मजदूरी मिल रही है, जो बढ़कर अब 636 रुपये हो जाएगा. लिपिकीय वर्ग के कामगारों को 11736 रुपये मासिक मिल रहा है, जो बढ़कर 11780 रुपये हो जाएगा. केंद्र सरकार ने श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाने का फैसला पहले ले लिया था. ऐसे में अब बिहार सरकार ने भी लागू कर दिया है.
कामगार को मिलेगी बढ़ी हुई न्यूनतम मजदूरी: केंद्र सरकार ने श्रमिकों के लिए 1 अक्टूबर से कामगारों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर बढ़ाकर 1035 रुपये प्रतिदिन तक कर दी गई है. अर्ध-कुशल श्रमिकों के लिए न्यूनतम मजदूरी दर 868 रुपये रोजाना होगा. अत्यधिक कुशल और हथियारों के साथ चौकीदारों या गार्ड का काम करने वालों को 1035 रुपये रोजाना के न्यूनतम वेतन मिलेंगे.
1 अक्टूबर से कई नए बदलाव: आज से एलपीजी की कीमत, पीपीएफ और क्रेडिट कार्ड समेत कई नियमों में बदलाव हो रहा है. सुकन्या समृद्धि योजना के नियम में भी तब्दीली की गई है.