अजमेर. प्रदेश में भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों का प्रकोप जारी है. प्रदेश के कई शहरों का तापमान 47 डिग्री से अधिक पहुंच चुका है. वहीं सीमावर्ती कई जिलों में 50 डिग्री तापमान भी दर्ज किया गया. अजमेर में भी उच्चतम तापमान 45.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो इस मौसम में सबसे अधिक है. चिलचिलाती धूप और गर्म हवाओं से लोग बेहाल हैं. लोग गर्मी और लू से बचने का जतन करते हुए नजर आ रहे हैं. दोपहर में सड़कों और बाजारों में सन्नाटा पसरा हुआ है.
शुक्रवार को अजमेर का तापमान दोपहर 2 बजे तक 42.5 डिग्री दर्ज किया गया. जबकि गुरुवार दोपहर का तापमान 44.9 डिग्री और रात का अधिकतम तापमान 29.8 डिग्री रहा था. यही वजह है कि लोग गर्मी से बचने का जतन करते हुए नजर आते हैं. भीषण गर्मी और लू के प्रकोप के कारण अजमेर के पर्यटन स्थल भी दोपहर में सूने नजर आते हैं. तपिश के कारण अजमेर आने वाले पर्यटक प्रमुख धार्मिक स्थलों की यात्रा कर ही रवाना हो रहे हैं.
गर्मी और लू से ऐसे बचें: आयुर्वेद विभाग में वरिष्ठ चिकित्सक डॉ बीएल मिश्रा बताते हैं कि गर्मी से बचाव के लिए सबसे आवश्यक है कि भूखे-प्यासे नहीं रहे. चिलचिलाती हुई धूप के संपर्क में ना आएं. बाहर जाना आवश्यक है तो मुंह और सिर को ढंके और पूरी आस्तीन के कपड़े पहनें. धूप में खड़े होने की बजाय छाया में खड़े हों. अपने साथ पानी जरूर रखें. इसके अलावा गर्मी से बचने के लिए नींबू पानी, पुदीने मिला गन्ने का रस, छाछ, दही की लस्सी, रसदार फल का सेवन करें. भोजन में प्याज का सेवन भी लू से बचने में कारगर है. धनिया और मिश्री को कूटकर बराबर मात्रा में सुबह एक चम्मच सेवन करना भी फायदेमंद होगा. डॉ मिश्रा ने बताया कि अक्सर लोग पसीने में ठंडा पानी पीने की गलती कर बैठते हैं जिस कारण बीमार हो जाते हैं. ऐसे में पसीना सूखने यानी शरीर का तापमान नार्मल होने पर ही ठंडा पानी या अन्य शीतल पेय पदार्थ लें.
रीते बांध और तालाब: अजमेर में 60 के लगभग बांध और तालाब हैं. इनमें से पुष्कर सरोवर, आनासागर झील, फॉयसागर झील के अलावा लगभग सभी बांध और तालाबों में पानी नहीं है. इस कारण वन्यजीवों के लिए भी पानी की समस्या हो गई है. दो दिन पहले सोमलपुर की पहाड़ी पर स्थित जंगल में मिले पैंथर के शव के पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में भी सामने आया है कि भूख और प्यास से पैंथर की मौत हुई. गर्मी के मौसम में पानी की कमी हालातों को और विकट बना रही है.
नौतपा कल से: जेठ माह में शनिवार से नौतपा शुरू होगा. नौतपा में गर्मी पीक पर रहती है. यानी आगामी दिनों में गर्मी के तेवर घटने की बजाय और बढ़ेंगे. 25 मई से 2 जून तक नौतपा का दौर रहेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करने पर नौतपा शुरू होता है. इस दौरान भगवान सूर्य को अर्क देना और आराधना करना शुभफल दायक माना जाता है.