कोटा : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से आयोजित नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस एग्जाम (NEET UG) को लेकर बीते डेढ़ महीने से सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई चल रही है, जिसमें दोबारा परीक्षा करवाने की मांग रखी गई थी. हालांकि, अब इस मांग को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया है. इसके बाद काउंसलिंग पर लगी हुई रोक भी हट गई है. ऐसे में अब जल्द ही काउंसलिंग के लिए शेड्यूल जारी हो सकता है.
एजुकेशन एक्सपर्ट देव शर्मा का मानना है कि कोविड-19 के सालों की तरह इस बार भी मेडिकल कॉलेज में नया शैक्षणिक सत्र देरी से शुरू हो सकता है. अगस्त महीने से काउंसलिंग शुरू हो जाएगी. इसके लिए आने वाले एक-दो दिन में ही काउंसलिंग का पूरा शेड्यूल जारी हो सकता है. काउंसलिंग पूरी होने के बाद मेडिकल कॉलेज में रिपोर्टिंग और नया सेशन अक्टूबर महीने से शुरू हो जाएगा. इस काउंसलिंग में करीब 12 लाख कैंडिडेट शामिल होंगे.
दो से ढाई महीना चलती है काउंसलिंग : एक्सपर्ट देव शर्मा का कहना है कि मेडिकल कॉलेज में एंट्रेंस के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन के निर्देश पर मेडिकल काउंसलिंग कमेटी और स्टेट मेडिकल एंड डेंटल काउंसलिंग बोर्ड काउंसलिंग करवाते हैं. इनमें ऑल इंडिया 15 फीसदी कोटा और स्टेट की 85 फीसदी सीटों की काउंसलिंग लगभग साथ ही चलती है. इन काउंसलिंग के लगभग चार राउंड आयोजित किए जाते हैं, जिनके बाद रिपोर्टिंग तक में करीब दो महीने का समय लगभग लगता है. इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी करीब 10 से 15 दिन तक चलता है. इसके बाद काउंसलिंग के राउंड के अनुसार सीट मैट्रिक्स और रिजल्ट जारी होते हैं. मेडिकल काउंसलिंग में बीते साल पहले दूसरा राउंड हुआ था, इसके बाद तीसरे राउंड की जगह मॉपअप राउंड था. वहीं, चौथा राउंड स्ट्रे वेकेंसी था. यह 20 जुलाई से काउंसलिंग शुरू हुई थी और 30 सितंबर तक चली थी.
ये कहा शीर्ष अदालत ने : दरअसल, मंगलवार को नीट यूजी 2024 परीक्षा को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. 5 मई को आयोजित NEET-UG 2024 परीक्षा में पेपर लीक और गड़बड़ी के आरोप लगे थे, जिसके बाद से नीट परीक्षा रद्द कर दोबारा आयोजित कराने की मांग उठ रही है. इसी क्रम में इससे संबंधित दायर याचिकाओं पर आदेश में सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि इस साल के लिए नए सिरे से NEET-UG परीक्षा करवाना गंभीर परिणामों से भरा होगा, जिसका खामियाजा इस परीक्षा में शामिल होने वाले 24 लाख से अधिक छात्रों को भुगतना पड़ेगा. पूरी NEET-UG परीक्षा को रद्द करना उचित नहीं है. सीजेआई के अनुसार नीट पेपर लीक हजारीबाग और पटना तक ही सीमित है. इससे कुल 155 छात्रों को लाभ मिला है. अदालत ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है, लेकिन अब तक जो भी साक्ष्य मिले हैं, उसके आधार पर कहा जा सकता है कि परीक्षा की पवित्रता प्रभावित नहीं हुई है.