रांचीः भारत सरकार के इस्पात मंत्रालय के अधीन सार्वजनिक उपक्रम मेकॉन के नाम एक और कीर्तिमान जुड़ गया है. रांची के डोरंडा में मौजूद इस संस्थान को आपदा प्रबंधन पर विश्व कांग्रेस यानी WCDM द्वारा आयोजित “आपदा की तैयारी” के लिए प्रतिष्ठित ' WCDM-DRR-2024' पुरस्कार मिला है. केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल के द्वारा मेकॉन के कार्यपालक निदेशक यूके विश्वकर्मा को यह पुरस्कार 15 जनवरी को नई दिल्ली में प्रदान किया गया है.
आपदा प्रबंधन पर विश्व कांग्रेस यानी WCDM, आपदा प्रबंधन पहल और कंवर्जेंस सोसायटी यानी DMICS एक बेहतरीन पहल है जो आपदा और जोखिम प्रबंधन के चुनौतीपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिए विश्व के वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं, नीति निर्माताओं और पेशेवरों को एक मंच देता है. DMICS-WCDM की शुरुआत साल 2005 में हुई थी. प्रथम DMICS (DOMESTIC MANAGEMENT INITIATIVE AND CONVERGENCE SOCIETY और WCDM (WORLD CONGRESS ON DISASTER MANAGEMENT) का उद्घाटन पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने किया था.
मेकॉन ने साल 2024 के लिए आपदा की तैयारी (जोखिम, मैपिंग और विश्लेषण, नई प्रौद्योगिकी का उपयोग और जोखिम प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के विकास) के लिए अपना नामांकन पेश किया था. जिसमें एनएमडीसी-नागरनार में सीजेडएलडी संयंत्र जैसी परियोजनाओं के माध्यम से अपनी उपलब्धियों का उल्लेख था. इस परियोजना को लागू करने पर संयंत्र के संचालन के दौरान कृषि गतिविधियां बिना किसी अवरोध के जारी रहती हैं. किसान बेझिझक पौधे की सिंचाई और नियमित खेती करते हैं जो औद्योगिक विकास और कृषि आजीविका के उत्कृष्ट समन्वय का प्रमाण है.
WCDM-DRR-2024 पुरस्कार में हर श्रेणी में संगठनों की तकनीकी क्षमताओं का मूल्यांकन करने के लिए डिजाइन की गई एक सख्त मूल्यांकन प्रक्रिया है. जल संसाधन के क्षेत्र में मेकॉन का यह दूसरा पुरस्कार है. इससे पहले एनएमडीसी के सीजेडएलडी संयंत्र ने GEEF वैश्विक वाटरटेक अवार्ड 2024 हासिल किया था जिसको मेकॉन ने परामर्श और परियोजना प्रबंधन से जुड़ी सेवाएं दी है.
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