नई दिल्ली: दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव आईएएस कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में 27 जुलाई को पानी भरने की वजह से तीन छात्रों की मौत के बाद से राजधानी के लोग सकते में हैं. इस बीच घटना के बाद दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने नियमों का उल्लंघन करने वाले कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. मौके पर स्थानीय प्रशासन और पुलिस के अधिकारी मौजूद हैं. संस्थान के बाहर सीवर को ढककर बनाए गए फुटपाथ को बुलडोजर से ध्वस्त किया जा रहा है. सड़कों पर खुदाई करके जल निकासी की व्यवस्था भी की जा रही है.
अवैध कोचिंग सेंटर सीलः इससे पहले रविवार को, एमसीडी ने दिल्ली के ओल्ड राजिंदर नगर में कोचिंग सेंटरों के अवैध रूप से चल रहे 13 बेसमेंट को सील कर दिया था. एमसीडी के एक बयान के अनुसार, सील किए गए कोचिंग सेंटर नियमों का उल्लंघन करते हुए बेसमेंट में चल रहे थे. पिछले साल उत्तरी दिल्ली के एक अन्य कोचिंग हब मुखर्जी नगर में एक संस्थान में भीषण आग लगने के बाद एमसीडी ने ऐसे कोचिंग सेंटरों का सर्वेक्षण किया था.
#WATCH दिल्ली: ओल्ड राजिंदर नगर में बुल्डोजर द्वारा नालों पर अतिक्रमण हटाने का कार्य जारी है।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 29, 2024
27 जुलाई को ओल्ड राजिंदर नगर स्थित एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर जाने से 3 छात्रों की मौत हो गई थी। pic.twitter.com/5T70fB2r2x
इसके साथ ही एमसीडी एक उच्च स्तरीय समिति गठित करेगी. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, एमसीडी के एक अधिकारी ने कहा, "संस्थान के मालिक की ओर से घोर आपराधिक लापरवाही पाई गई है...अगर निकास द्वार खुला होता तो छात्र बच सकते थे. एमसीडी केवल बिल्डिंग प्लान को मंजूरी देती है, लेकिन अगर कोई बेसमेंट का इस्तेमाल पार्किंग और भंडारण के लिए करने की घोषणा करने के बाद व्यावसायिक गतिविधियों के लिए करता है, तो एजेंसी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और क्या कर सकती है?"
हादसे के बाद जागा दिल्ली नगर निगम, बेसमेंट का गलत इस्तेमाल करने वाले 13 कोचिंग सेंटर सील