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मंदसौर में दबंगों ने की अंधाधुंध फायरिंग, दलित महिला की मौत, कई घायल - MANDSAUR DABANG FIRING

मंदसौर जिले में जमीन विवाद में दबंगों ने अंधाधुंध फायरिंग की. घटना में दलित महिला की मौत हो गई, जबकि कुछ लोग घायल हुए हैं.

MANDSAUR DABANG FIRING
मंदसौर में दबंगों ने की अंधाधुंध फायरिंग (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Dec 6, 2024, 9:45 PM IST

मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गरोठ थाना क्षेत्र के ग्राम ढाकनी में मामूली सी बात को लेकर दबंगों ने एक दलित परिवार पर हमला कर दिया. भारी विवाद के दौरान हुई अंधाधुंध फायरिंग में एक महिला की मौत हो गई. जबकि इस घटना में चार लोग घायल हैं. जिसमें दो की हालत नाजुक बनी हुई है. घटना के बाद पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर मृत महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए गरोठ अस्पताल रवाना कर दिया. जबकि घायलों को इलाज के लिए स्थानीय डॉक्टरों ने मंदसौर रेफर किया है.

इस घटना के बाद ग्राम ढाकनी के लोगों में भारी आक्रोश फैल गया. उन्होंने गरोठ-शामगढ़ रोड पर चक्का जाम कर दिया. मामले में एसडीओपी और एडिशनल एसपी की टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाइश दी. तब जाकर 3 घंटे बाद जाम खुला.

दबंगों का फायरिंग में दलित महिला की मौत (ETV Bharat)

जमीन विवाद में चली अंधाधुंध फायरिंग

बताया जा रहा है कि ग्राम ढाकनी में सड़क के किनारे खाली पड़ी जमीन पर कब्जे को लेकर एक दबंग और एक दलित परिवार में लंबे समय से विवाद चल रहा था. शुक्रवार सुबह गांव के ही अर्जुन सिंह और उसके परिवार के नरेंद्र सिंह, जेलर सिंह और प्रताप सिंह नामक लोगों ने कई साथियों के साथ मिलकर रामगोपाल परिहार और उसकी पत्नी और बच्चों पर हमला कर दिया. इस घटना में हमलावरों द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिंग के दौरान महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि उसके पति रामगोपाल और उसके बेटे को भी गोली लगी है.

महिला की मौत, बाकी घायल अस्पताल में भर्ती

घटना के तत्काल बाद गरोठ थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई और उन्होंने महिला के शव को गरोठ के सिविल अस्पताल रवाना किया. जबकि घायलों को भी इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया, लेकिन हालत नाजुक होने से स्थानीय डॉक्टरों ने राम गोपाल और उसके बेटे को जिला अस्पताल मंदसौर के लिए रेफर कर दिया. इस घटना के बाद गांव में आक्रोश फैल गया और गरोठ पहुंचे लोगों ने चक्का जाम कर दिया. इस मामले में पोस्टमार्टम के बाद जब पुलिस ने परिजनों को मृत महिला का सौंपना चाहा तो परिजनों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और घर पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया.

पीड़ित परिवार ने किया चक्का जाम

काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने जाम खुलवाने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित लोग मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर शाम तक सड़क पर डटे रहे. एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि "इस मामले में वारदात को अंजाम देने वाले तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. बाकी लोग मौके से फरार हैं. उन्होंने बताया कि गरोठ पुलिस ने जांच के बाद अर्जुन सिंह, नरेंद्र सिंह, जेलर सिंह और प्रताप सिंह के अलावा और और भी लोगों पर एफआईआर दर्ज की है.

आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

जबकि आरोपियों की धर पकड़ के लिए उन्होंने दो टीमें बनाकर संदिग्ध स्थानों पर छापा मार करवाई भी शुरू कर दी है. दलित परिवार पर हुए इस हमले के बाद भीम आर्मी और उसके कार्यकर्ताओं ने भी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. मृत महिला के पति राम गोपाल ने भी प्रशासन से पूरे परिवार की सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है. इस घटना के बाद गांव ढाकनी में भारी पुलिस बल तैनात है. पुलिस द्वारा आरोपियों की धर पकड़ के लिए सर्चिंग जारी है.

मंदसौर: मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के गरोठ थाना क्षेत्र के ग्राम ढाकनी में मामूली सी बात को लेकर दबंगों ने एक दलित परिवार पर हमला कर दिया. भारी विवाद के दौरान हुई अंधाधुंध फायरिंग में एक महिला की मौत हो गई. जबकि इस घटना में चार लोग घायल हैं. जिसमें दो की हालत नाजुक बनी हुई है. घटना के बाद पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर मृत महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए गरोठ अस्पताल रवाना कर दिया. जबकि घायलों को इलाज के लिए स्थानीय डॉक्टरों ने मंदसौर रेफर किया है.

इस घटना के बाद ग्राम ढाकनी के लोगों में भारी आक्रोश फैल गया. उन्होंने गरोठ-शामगढ़ रोड पर चक्का जाम कर दिया. मामले में एसडीओपी और एडिशनल एसपी की टीम ने मौके पर पहुंचकर लोगों को समझाइश दी. तब जाकर 3 घंटे बाद जाम खुला.

दबंगों का फायरिंग में दलित महिला की मौत (ETV Bharat)

जमीन विवाद में चली अंधाधुंध फायरिंग

बताया जा रहा है कि ग्राम ढाकनी में सड़क के किनारे खाली पड़ी जमीन पर कब्जे को लेकर एक दबंग और एक दलित परिवार में लंबे समय से विवाद चल रहा था. शुक्रवार सुबह गांव के ही अर्जुन सिंह और उसके परिवार के नरेंद्र सिंह, जेलर सिंह और प्रताप सिंह नामक लोगों ने कई साथियों के साथ मिलकर रामगोपाल परिहार और उसकी पत्नी और बच्चों पर हमला कर दिया. इस घटना में हमलावरों द्वारा की गई अंधाधुंध फायरिंग के दौरान महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई. जबकि उसके पति रामगोपाल और उसके बेटे को भी गोली लगी है.

महिला की मौत, बाकी घायल अस्पताल में भर्ती

घटना के तत्काल बाद गरोठ थाने की पुलिस मौके पर पहुंच गई और उन्होंने महिला के शव को गरोठ के सिविल अस्पताल रवाना किया. जबकि घायलों को भी इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया, लेकिन हालत नाजुक होने से स्थानीय डॉक्टरों ने राम गोपाल और उसके बेटे को जिला अस्पताल मंदसौर के लिए रेफर कर दिया. इस घटना के बाद गांव में आक्रोश फैल गया और गरोठ पहुंचे लोगों ने चक्का जाम कर दिया. इस मामले में पोस्टमार्टम के बाद जब पुलिस ने परिजनों को मृत महिला का सौंपना चाहा तो परिजनों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और घर पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर शव लेने से इनकार कर दिया.

पीड़ित परिवार ने किया चक्का जाम

काफी देर तक चले हंगामे के बाद पुलिस ने जाम खुलवाने की कोशिश की, लेकिन आक्रोशित लोग मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर शाम तक सड़क पर डटे रहे. एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि "इस मामले में वारदात को अंजाम देने वाले तीन लोगों को पुलिस ने हिरासत में लिया है. बाकी लोग मौके से फरार हैं. उन्होंने बताया कि गरोठ पुलिस ने जांच के बाद अर्जुन सिंह, नरेंद्र सिंह, जेलर सिंह और प्रताप सिंह के अलावा और और भी लोगों पर एफआईआर दर्ज की है.

आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

जबकि आरोपियों की धर पकड़ के लिए उन्होंने दो टीमें बनाकर संदिग्ध स्थानों पर छापा मार करवाई भी शुरू कर दी है. दलित परिवार पर हुए इस हमले के बाद भीम आर्मी और उसके कार्यकर्ताओं ने भी आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है. मृत महिला के पति राम गोपाल ने भी प्रशासन से पूरे परिवार की सुरक्षा व्यवस्था की मांग की है. इस घटना के बाद गांव ढाकनी में भारी पुलिस बल तैनात है. पुलिस द्वारा आरोपियों की धर पकड़ के लिए सर्चिंग जारी है.

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