मंदसौर: भोपाल में पकड़ी गई एमडी ड्रग्स के मामले में मंदसौर पुलिस के सामने अंतरराज्यीय गिरोह के एक आरोपी ने सरेंडर किया है. दरअसल, एटीएस गुजरात और एनसीबी भोपाल ने पिछले हफ्ते ही रेड कर भोपाल के बगरोदा की एक फैक्ट्री से ड्रग्स बनाते हुए दो प्रमुख तस्करों को पकड़ा था. यहां से जब्त की गई ड्रग्स की कीमत 1800 करोड़ रुपए बताई गई थी. फिर इस मामले के कनेक्शन मंदसौर से जुड़े होने की पुष्टि हुई थी.
खुद को गोली मारकर आरोपी ने किया सरेंडर
इसके बाद पुलिस ने हरीश आंजना नामक तीसरे आरोपी को गिरफ्तार किया था और उससे पूछताछ के बाद उजागर हुए नाम के चलते पुलिस ने अब चौथे आरोपी के रूप में हतुनिया निवासी प्रेम सुख पाटीदार को गिरफ्तार कर लिया है. प्रेम सुख पाटीदार की पुलिस को उसी समय से तलाश थी. उसने अफजलपुर थाने में सरेंडर करने से पहले खुद को ही अपनी अवैध रिवाल्वर से पैर में गोली मार ली. इसके बाद थाने में जाकर सरेंडर कर दिया. पुलिस ने उसे तत्काल जिला अस्पताल में भर्ती कराया है. उसे कड़ी निगरानी में रखते हुए अब जल्द ही उससे पूछताछ शुरू होगी.
सामने आ सकते हैं कई और नाम
इस मामले में मंदसौर एसपी अभिषेक आनंद ने बताया, '' सरेंडर होने से पहले आरोपी ने खुद को ही अपने पैर में गोली मारकर घायल कर लिया है. लिहाजा अभी पूछताछ हो पाई है, लेकिन पूरे घटनाक्रम से एटीएस गुजरात और एनसीबी दिल्ली के अधिकारियों को सूचित कर दिया है. इसके स्वस्थ होते ही पुलिस जल्द ही पूछताछ करेगी, ताकि इस गैंग से जुड़े बाकी लोगों का खुलासा हो सके.'' बता दें कि, पिछले हफ्ते ही गुजरात एटीएस और एनसीबी ने भोपाल के बगरोदा इलाके की एक फैक्ट्री से करीब 1800 करोड़ रुपए की एमडी ड्रग बरामद की थी. इस मामले में दोनों टीमों ने भोपाल निवासी अमित चतुर्वेदी और महाराष्ट्र के नासिक निवासी सान्याल बाने नामक आरोपी को गिरफ्तार किया था. इसके बाद उनसे हुई पूछताछ के दौरान ही इस गैंग के कनेक्शन मंदसौर से जुड़े होने का खुलासा हुआ था. इसी क्रम में यह कार्रवाई हुई है.