विदिशा : विदिशा में बेखौफ खनन माफिया प्रशासन की नाक के नीचे धड़ल्ले से अपने काम में जुटे हैं. मुरम से काली कमाई करने के लिए जमीन खोखली की जा रही है. शासन को लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है तो पर्यावरण पर भी गंभीर खतरा है. ग्रामीणों की शिकायतें के बाद भी प्रशासन इन खनन माफिया पर कार्रवाई नहीं कर रहा है. विदिशा जिले के मिर्जापुर गांव में खुलेआम अवैध खनन किया जा रहा है. वहीं, प्रशासन समय-समय पर कार्रवाई की दुहाई दे रहा है.
बगैर परमिशन खेतों से मुरम निकालने की होड़
खनन माफिया ने मुरम की बढ़ती डिमांड को देखते हुए खेतों में बिना अनुमति बड़ी खाईनुमा गड्ढे कर दिए हैं. विदिशा जिला मुख्यालय से सिर्फ 10 किलोमीटर दूर मिर्जापुर गांव के एक खेत में जेसीबी से मुरम निकालकर बेची जा रही है. इस मामले में विदिशा तहसीलदार अमित ठाकुर का कहना है "खनिज विभाग समय-समय पर कार्रवाई करता है. जैसे ही अवैध खनन की जानकारी मिलती है तो छापा मारा जाता है. अवैध काम करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाती है."
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अवैध खनन पर प्रशासन का गोलमोल रवैया
वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि कई बार शिकायत करने के बाद भी प्रशासन की टीम ने कोई कार्रवाई नहीं की. विदिशा जिले में कई जगहों पर वन विभाग की जमीन पर भी जेसीबी चलाकर रेत खोदी जा रही है. ट्रैक्टर्स में भरकर रेत सरेआम बेची जा रही है. लोगों का कहना है कि खनन विभाग की मिलीभगत है.