महासमुंद : महासमुंद पुलिस ने गांजा तस्करी कर रहे शख्स को माल समेत गिरफ्तार किया है. गांजा तस्करी का मामला कोमाखान थाना का है. जहां पुलिस अधीक्षक राजेश कुकरेजा को मुखबिर से सूचना मिली कि ओडिशा से अवैध मादक पदार्थ गांजा का बड़ा खेप एक टोयोटा कार में ओडिशा से महासमुंद होते हुए दिल्ली ले जाना वाला है. जिस पर तत्काल पुलिस अधीक्षक ने थाना कोमाखान प्रभारी को कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिया.महासमुंद जिले में प्रवेश करने वाले समस्त पाईंट्स पर भी बल तैनात कर संदिग्ध वाहनों की जांच शुरु की गई.
ओडिशा से आने वाली गाड़ियों की ली गई तलाशी : तभी खरियाररोड ओडिशा की तरफ से सफेद सिल्वर कलर कीकार DL 4CNE 1690 महासमुन्द की ओर आ रही थी. जिसे टेमरी नाका के पास घेराबंदी करते हुए रोका गया. कार में सिर्फ एक व्यक्ति बैठा था. जिसने अपना नाम हंसराज शर्मा थाना पालमगांव जिला दक्षिण पश्चिम दिल्ली का होना बताया. पुलिस ने जब इस व्यक्ति से ओडिशा से आने का कारण पूछा तो वो गोलमोल जवाब देने लगा.
संदेह होने पर पुलिस ने कार की ली तलाशी : पुलिस ने संदेह होने पर कार की तलाशी ली.जिसमें गाड़ी में एक बक्सानुमा चेंबर मिला.जिसके अंदर 4 प्लास्टिक बोरियों में 48 पैकेट में 96 किलो अवैध मादक पदार्थ गांजा पुलिस को मिला. वाहन में अवैध गांजा परिवहन करते पाए जाने पर पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. 96 किलो ग्राम गांजा की कीमत 48 लाख रुपए आंकी गई है. साथ ही 5 लाख की कार, मोबाइल समेत 1840 रुपए नकदी भी जब्त किया गया है.पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वो गांजे को ओडिशा से दिल्ली बिक्री करने लेकर जा रहा था.फिलहाल आरोपी के विरूद्ध थाना कोमाखान में अपराध/धारा 20(ख) NDPS के तहत कार्रवाई हुई है.
क्यों गांजा तस्करों के लिए महासमुंद है खास ? : आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्य ओडिशा महासमुंद से सटा हुआ है. बाहरी राज्यों से NH 53 और NH 353 से ही लगातार अवैध गतिविधियां संचालित होती रहती है. चाहे गांजा की तस्करी हो,सोने चांदी की तस्करी हो या नकदी रुपयों को एक जगह से दूसरे जगह छिपाकर ले जाना.इन दोनों ही नेशनल हाईवे का इस्तेमाल सबसे ज्यादा होता है.लेकिन पुलिस की मुस्तैदी के कारण कई बार तस्कर दबोचे जाते हैं.