वाराणसी: महाकुंभ 2025 को लेकर के सरकार पूरी तैयारी कर रही है, जिसके तहत रेलवे ने भी खास इंतजाम किए हैं. इस खास इंतजाम में रेलवे के जरिए जहां रेलवे कोच पर कुंभ स्पेशल 'आओ कुंभ चलो' का पोस्टर व स्कैनर लगा रहा है, तो वहीं रेलवे स्टेशन पर भी स्पेशल पोस्टर और क्यूआर कोड से यात्रियों का स्वागत किया जा रहा है. यह पोस्टर कुंभ की सारी जानकारी दे रहे हैं. वहीं स्कैनर कुंभ की A टू Z जानकारी दे रहे हैं.
महाकुंभ के मद्देनजर रेलवे को भी इस सबसे बड़े धार्मिक आयोजन के रंग में रंगा जा रहा है, जिसके तहत कुंभ में चलने वाली सभी स्पेशल ट्रेनों को एक खास अंदाज में तैयार किया गया है. ट्रेनों में कोच को कुंभ के रंग बिरंगे आयोजनों की तस्वीरों से रंगा गया है, साथ ही एक क्यूआर कोड भी लगाया गया है, जो कुंभ के सभी बिंदुओं की जानकारी देगा. इस क्यूआर को जो भी स्कैन करेगा, वह कुंभ से जुड़ी हुई सभी बातों को जान सकेगा.
ये भी पढ़ेंः आखिर जीवन में एक ही बार ही क्यों पड़ सकता है महाकुंभ? जानिए- कुंभ, अर्धकुंभ से यह कितना अलग
इसके साथ ही इस पर लिखा स्लोगन "आओ महाकुंभ चले" भी लोगों को खूब आकर्षित कर रहा है. यही नहीं कोच के बाद रेलवे स्टेशन पर भी यात्रियों को कुंभ की तमाम जानकारी के साथ उनकी सुविधाओं की बातों को भी बताया जा रहा है, जिसकी एक झलक बनारस के कैंट रेलवे स्टेशन पर भी नजर आ रही है.
वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन महाकुंभ के लिए सुविधाओं से लैस हो रहा है. इन सुविधाओं में अब आधुनिकता का संगम भी दिख रहा है. कुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालु इस स्टेशन पर आएंगे. इनमें विदेशी पर्यटक भी शामिल होंगे. ऐसे में स्टेशन पर लगे खंभे उन्हें बनारस की जानकारी उपलब्ध कराएंगे. स्टेशन प्लेटफार्म पर स्थित सभी खंबों को आकर्षक पोस्टरों से सजाया गया है. हर पिलर कुंभ के विशेषता को परिभाषित कर रहा है.
ये भी पढ़ेंः एक क्लिक में जानिए- कैसे पहुंचें प्रयागराज फिर एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बस अड्डे से संगम तट तक
इस बारे में स्टेशन डायरेक्टर अर्पित गुप्ता ने बताया कि रेलवे कोच संग स्टेशनों पर विशेष तरीके के पोस्टर क्यूआर लगाए गए हैं. कोच पर लगा पोस्टर कुंभ की A टू Z जानकारी लोगों को देगा. इसके साथ ही कैंट स्टेशन पर लगा विशेष क्यूआर यात्रियों को ठहरने, खाने, पीने की सुविधाओं के साथ इमरजेंसी सुविधा व प्रशासन के नंबर संग मदद उपलब्ध कराएगा.
उन्होंने बताया कि सभी पोस्टरों पर 4 विशेष क्यूआर कोड लगाए गए हैं, जिसमें एडमिनिस्ट्रेशन का पता, इमरजेंसी सुविधाएं, होटल और फ़ूड के साथ उत्तर प्रदेश के अचीवमेंट विस्तारपूर्वक डाले गए हैं. कोई भी आने वाला श्रद्धालु या विदेशी पर्यटक इन्हें स्कैन करेगा तो बनारस का पूरा पता मिल जाएगा और उन्हें भटकने की जरूरत नहीं पड़ेगी. यह सुविधा देशी और विदेशी पर्यटकों को अवैध गाइडों से भी बचाएगा.
ये भी पढ़ेंः महाकुंभ 2025; संगम स्नान के साथ 12 ज्योर्तिलिंग के दर्शन, बोट चलाकर कीजिए भारत की परिक्रमा
उन्होंने बताया कि सुविधा पर्यटकों को डिजिटल कुंभ के तहत दी जा रही है, ताकि यात्री यदि बनारस कैंट स्टेशन पहुंचते हैं तो उन्हें किसी से जानकारी के लिए पूछताछ ना करनी पड़े, बल्कि वह सहजता के साथ इस डिजिटल तकनीक का प्रयोग कर सभी जानकारी को हासिल कर सकें.
बता दें कि वाराणसी कैंट बनारस का महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशन माना जाता है. हर दिन यहां डेढ़ सौ से ज्यादा ट्रेनों का संचालन होता है, तो वहीं एक लाख से ज्यादा यात्रियों का आवागमन होता है. कुंभ के दौरान यात्रियों की संख्या दो गुनी होने की संभावना है. इसी को देखते हुए रेलवे स्टेशन पर अधिकारियों ने तमाम सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं.
ये भी पढ़ेंः अथ श्री महाकुंभ कथा, शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद की जुबानी; सुनिए- आखिर क्यों पड़ी समुद्र मंथन की जरूरत?