भोपाल। संपूर्ण मध्य प्रदेश में आगामी 24 घंटे में गरज-चमक के साथ तेज बारिश के आसार हैं. मौसम वैज्ञानियों ने बताया कि दक्षिण-पूर्व, मध्य और उत्तरी मध्य प्रदेश में घने बादल छाए हुए हैं. यहां आगामी 24 घंटे में तेज बारिश हो सकती है. वहीं मौसम विज्ञानियों ने बताया कि भले ही एमपी में तेज बारिश का दौर शुरू हो रहा है, लेकिन अभी मॉनसून के लिए 21 जून तक का इंतजार करना पड़ेगा.
आगामी 24 घंटो में ऐसा रहेगा मौसम
आगामी 24 घंटो में भोपाल, रायसेन, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, जबलपुर और डिंडोरी जिले में कहीं-कहीं ओलावृष्टि के साथ तेज बारिश की संभावना बनी हुई है. इस दौरान गरज-चमक के साथ 80 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी. वहीं सीहोर, विदिशा, गुना, अशोक नगर, शिवपुरी, श्योपुर, कटनी, नर्मदापुरम, सागर, दमोह, टीकमगढ़, छतरपुर, निवाड़ी और अनूपपुर में आंधी-तूफान के साथ बिजली चमकने की घटनाएं होंगी. इधर मंडला, बालाघाट, बैतूल, खंडवा, बुरहानपुर, दतिया, भिंड, ग्वालियर, मुरैना, राजगढ़, शाजापुर, देवास, हरदा, बड़वानी, खरगोन, सतना, मैहर और उमरिया में हल्की आंधी के साथ गरज-चमक की संभावना है.
महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में अटका मॉनसून
मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई सुरेंद्रन ने बताया कि पहले 16 जून को मॉनसून एमपी में पहुंचने की संभावना जताई गई थी, लेकिन अब यह दक्षिणी महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के हिस्से में आकर स्थिर हो गया है. जब यह आगे बढ़ेगा तो एमपी में पहुंचेगा. वर्तमान में संभावना जताई जा रही है कि 21 जून के बाद मॉनसून एमपी में पहुंचेगा.
भोपाल समेत आधा दर्जन जिलों में तेज बारिश
मंगलवार दोपहर के बाद भोपाल में तेज बारिश हुई. वहीं छिंदवाड़ा में गरज-चमक के साथ बारिश हुई. इसकी वजह से छिंदवाड़ा में आयोजित होने वाली मुख्यमंत्री मोहन यादव की सभा को भी निरस्त करना पड़ा. इसके अलावा अशोक नगर, नर्मदापुरम, रायसेन, विदिशा, टीकमगढ़, रायसेन और गुना में भी तेज बरसात हुई.
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किसान 4 इंच बारिश होने पर ही करें बोवनी
प्री-मानसून एक्टिविटी के चलते जबलपुर समेत 6 जिलों में रेड अलर्ट है. यहां बारिश के साथ 50-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी भी चल सकती है. इधर, मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे मॉनसून आने के बाद 4 इंच बारिश होने पर ही बोवनी करें. मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस और साइक्लोनिक सर्कुलेशन एक्टिव है. लोकल सिस्टम स्ट्रांग रहने की वजह से कई जगहों पर आंधी-बारिश होने का अनुमान है.