सागर। एक तरफ 400 पार का लक्ष्य हासिल करने भाजपा ने पूरे देश में तोड़फोड़ मचा रखी है और हर दल के मजबूत नेताओं को तोड़कर अपनी पार्टी में शामिल कर रही है. दूसरी तरफ कांग्रेसियों को बिछाए जा रहे रेड कारपेट को लेकर भाजपा नेताओं, पदाधिकारी और कार्यकर्ताओं में नाराजगी देखने मिल रही है. ऐन चुनाव के वक्त भाजपा में शामिल हो रहे कांग्रेस नेताओं को लेकर पार्टी में बढ़ रही नाराजगी के चलते पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह ने पार्टी के दिग्गज नेता और गृह मंत्री अमित शाह के हवाले बयान दिया है, जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
भूपेंद्र सिंह का बयान सोशल मीडिया पर वायरल
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के करीबी और पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें भूपेंद्र सिंह कहते नजर आ रहे हैं कि " ग्वालियर में अभी बैठक थी, अमित शाह जी आए थे. वह लोकसभा चुनाव को लेकर कार्यकर्ताओं से बातचीत कर रहे थे कि क्या करना चाहिए और उनके क्या सुझाव हैं. इस दौरान एक कार्यकर्ता ने उनसे पूछा कि साब जो नई-नई भर्ती हो रही है, इसके बारे में आपका क्या कहना है तो अमित शाह ने कहा कि ऐसे लोग हाथ उठाओ, जिनको पार्टी में काम करते हुए 15 साल हो गए हैं. बहुत से लोगों ने हाथ उठा दिया, जिनको पार्टी में काम करते हुए 15 साल हो गए थे. तब अमित शाह ने पूछा कि 15 साल में तुम्हें क्या मिला तो कार्यकर्ताओं ने बताया कि साब कुछ नहीं मिला. तब अमित शाह बोले कि जब 15 साल में आपको नहीं मिला, तो जिनका आज 15 दिन हुए हैं उनको क्या मिल जाएगा.
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विधानसभा क्षेत्र में मंत्री गोविंद सिंह की दखलंदाजी से नाराज
दरअसल, पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह लोकसभा चुनाव के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र खुरई में खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री गोविंद सिंह राजपूत की दखलंदाजी से नाराज हैं. कांग्रेस के खुरई के दिग्गज नेता और पूर्व विधायक अरुणोदय चौबे को पिछले दिनों मुख्यमंत्री की मौजूदगी में भाजपा में शामिल किया गया था. जबकि भूपेंद्र सिंह और अरुणोदय चौबे के बीच 36 का आंकड़ा है. लेकिन अरुणोदय चौबे को भाजपा में शामिल करने के लिए ना तो भूपेंद्र सिंह से सहमति ली गई और पार्टी में शामिल होते वक्त उन्हें सूचना भी नहीं दी गई. इस बात से नाराज भूपेंद्र सिंह अपने विधानसभा क्षेत्र खुरई में कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल हुए तो ना तो उन्होंने अरुणोदय चौबे को बैठक में बुलाया और अरुणोदय को लेकर अप्रत्यक्ष रूप से भाजपा में शामिल होने वाले कांग्रेसियों को खुला संदेश दे दिया.