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मध्य प्रदेश के 70 प्रतिशत डैम हुए लबालब, इंफोग्राफिक्स में जानें प्रदेश के प्रमुख बांधों का क्या है हाल - Water level of Major Dams in MP

मध्यप्रदेश में जबरदस्त बारिश का दौर जारी है. प्रदेश में जारी तूफानी बारिश से बेतवा, चंबल, केन, नर्मदा, पार्वती जैसी तमाम छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं. वहीं 70 प्रतिशत डैम अपनी कुल क्षमता के 90 प्रतिशत तक भर गए हैं. इस आर्टिकल में जानें मध्य प्रदेश के प्रमुख बांधों का हाल.

WATER LEVEL OF MAJOR DAMS IN MP
इंफोग्राफिक्स में जानें प्रदेश के प्रमुख बांधों का क्या है हाल (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 5, 2024, 4:49 PM IST

Updated : Aug 6, 2024, 6:45 AM IST

भोपाल. प्रदेश में जोरदार बारिश के चलते सभी बांधों में पानी की आवक काफी तेज हो गई है. बरगी, सतपुड़ा, कोलार, केरवा, कलियासेत डैम के बाद खंडवा का इंदिरा सागर डैम भी छलकने को बेताब है. मंगलवार को इसके 8 गेटों को खोला जाएगा, जिससे अताह जलराशि छोड़ी जाएगी. इसे लेकर प्रशासन द्वारा निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. मध्यप्रदेश जल संसाधन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के 70 प्रतिशत बांध 90 फीसदी से ज्यादा भर चुके हैं. जबकि 80 प्रतिशत से ज्यादा बांध 75 फीसदी से ज्यादा भर गए हैं.

WATER LEVEL OF MAJOR DAMS OF MADHYA PRADESH
इंफोग्राफिक्स में जानें प्रदेश के प्रमुख बांधों का क्या है हाल (Etv Bharat)

औसत से ज्यादा हो रही बारिश

मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अब तक औसत से 20 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी हैं. अच्छी बात ये रही कि इस बार प्रदेश का बुंदेलखंड भी जमकर तरबतर हुआ है. पिछले तीन दिनों से बुंदेलखंड के टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सागर में अच्छी बारिश हो रही है. प्रदेश के सागर संभाग में 17 फीसदी ज्यादा बारिश रिकाॅर्ड की जा चुकी है. उधर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में 22 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है. रविवार को ग्वालियर में 1.8 इंच बारिश रिकाॅर्ड की गई. जबकि पचमढ़ी में 1.7, टीकमगढ़ में 1.2, शिवपुरी-शाजापुर में 1.5 इंच बारिश रिकाॅड की गई.

WATER LEVEL OF MAJOR DAMS OF MADHYA PRADESH
इंफोग्राफिक्स में जानें प्रदेश के प्रमुख बांधों का क्या है हाल (Etv Bharat)

शिवपुरी में सिंध उफान पर

उधर भारी बारिश के चलते प्रदेश के शिवपुरी में भडौता सिंध नदी अचानक उफान पर आ गई, जिसके चलते डेढ़ दर्जन मजदूर पानी में फंस गए. उधर मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसकी वजह से प्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है. आने वाले तीन से चार दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है.

एमपी के इन डैमों के खोले गए गेट

  • बानसुजारा डैम - फुल हो चुका है. इसके 12 गेट हैं और रविवार से इन सभी गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है.
  • बरगी डैम - यह बांध भी लबालब हो गया है. इसके 21 गेट हैं, इसमें से 13 गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है.
  • बिलगांव, डिंडोरी- यह बांध भी पूरा भर चुका है. रविवार से इसके 9 में से 2 गेट को खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है.
  • कलियासोत डैम - भोपाल के कलियासोत डैम भी लबालब हो चुका है. इसके 13 में से 10 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है.
  • कोलार डैम - सीहोर का कोलार डैम भी पूरा भर चुका है. इस डैम के 8 में से 4 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है.
  • मोहनपुरा - राजगढ़ के मोहनपुरा डैम के 17 में से 2 गेट को खोला गया है.
  • राजघाट - अशोकनगर के राजघाट डैम के 18 गेट हैं, इसमें से 12 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है.
  • तवा डैम - नर्मदापुरम का तवा डैम भी पूरा भर चुका है. इसके 13 गेट हैं, जिसमें से 7 गेटों को खोला गया है.

नोट - डैम के गेटों की संख्या जलस्तर के आधार पर कम या ज्यादा हो सकती है.

इंदिरा सागर के खुलेंगे 8 गेट

नर्मदा के उपरी भाग में लगातार वर्षा एवं अपस्ट्रीम के बांधों से जल निकासी के कारण इंदिरा सागर बांध भी लबालब हो गया है. इस वजह से बांध प्रशासन अलर्ट पर है. नर्मदा में नाव संचालन पर रोक लगा दी गई है. घाटों पर मुनादी की जा रही है. बांध के 8 गेटों से 9252 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा. इंदिरा सागर बांध के जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए 6 अगस्त दोपहर 3 बजे से बांध के 8 मुख्य स्पिल्वे गेटों को 2.5 मीटर तक खोल दिया जाएगा.

Major dams of Madhya Pradesh
महारानी लक्ष्मीबाई बांध भी लबालब (Etv Bharat)

प्रदेश भर में लगातार बारिश होने के कारण चंदेरी से 14 किलोमीटर दूर महारानी लक्ष्मीबाई बांध भी लबालब हो चुका है. जिसके कारण बांध के जल स्तर को सामान्य रखने के लिए लगभग 13 गेट खोल दिए गए हैं. जिससे बांध का जलस्तर सामान्य बना रहे. बांध से निकासी किए जा रहे पानी के कारण मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा को जोड़ने वाला पुल भी पूरी तरह से डूब चुका है.इस पुल से लगभग 48 घंटे से आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है

भोपाल. प्रदेश में जोरदार बारिश के चलते सभी बांधों में पानी की आवक काफी तेज हो गई है. बरगी, सतपुड़ा, कोलार, केरवा, कलियासेत डैम के बाद खंडवा का इंदिरा सागर डैम भी छलकने को बेताब है. मंगलवार को इसके 8 गेटों को खोला जाएगा, जिससे अताह जलराशि छोड़ी जाएगी. इसे लेकर प्रशासन द्वारा निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट किया जा रहा है. मध्यप्रदेश जल संसाधन विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश के 70 प्रतिशत बांध 90 फीसदी से ज्यादा भर चुके हैं. जबकि 80 प्रतिशत से ज्यादा बांध 75 फीसदी से ज्यादा भर गए हैं.

WATER LEVEL OF MAJOR DAMS OF MADHYA PRADESH
इंफोग्राफिक्स में जानें प्रदेश के प्रमुख बांधों का क्या है हाल (Etv Bharat)

औसत से ज्यादा हो रही बारिश

मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में अब तक औसत से 20 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी हैं. अच्छी बात ये रही कि इस बार प्रदेश का बुंदेलखंड भी जमकर तरबतर हुआ है. पिछले तीन दिनों से बुंदेलखंड के टीकमगढ़, निवाड़ी, छतरपुर, सागर में अच्छी बारिश हो रही है. प्रदेश के सागर संभाग में 17 फीसदी ज्यादा बारिश रिकाॅर्ड की जा चुकी है. उधर भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में 22 फीसदी ज्यादा बारिश हो चुकी है. रविवार को ग्वालियर में 1.8 इंच बारिश रिकाॅर्ड की गई. जबकि पचमढ़ी में 1.7, टीकमगढ़ में 1.2, शिवपुरी-शाजापुर में 1.5 इंच बारिश रिकाॅड की गई.

WATER LEVEL OF MAJOR DAMS OF MADHYA PRADESH
इंफोग्राफिक्स में जानें प्रदेश के प्रमुख बांधों का क्या है हाल (Etv Bharat)

शिवपुरी में सिंध उफान पर

उधर भारी बारिश के चलते प्रदेश के शिवपुरी में भडौता सिंध नदी अचानक उफान पर आ गई, जिसके चलते डेढ़ दर्जन मजदूर पानी में फंस गए. उधर मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश में लो प्रेशर एरिया और साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, जिसकी वजह से प्रदेश में अच्छी बारिश हो रही है. आने वाले तीन से चार दिनों तक बारिश का सिलसिला जारी रहने की उम्मीद है.

एमपी के इन डैमों के खोले गए गेट

  • बानसुजारा डैम - फुल हो चुका है. इसके 12 गेट हैं और रविवार से इन सभी गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है.
  • बरगी डैम - यह बांध भी लबालब हो गया है. इसके 21 गेट हैं, इसमें से 13 गेटों से पानी छोड़ा जा रहा है.
  • बिलगांव, डिंडोरी- यह बांध भी पूरा भर चुका है. रविवार से इसके 9 में से 2 गेट को खोलकर पानी छोड़ा जा रहा है.
  • कलियासोत डैम - भोपाल के कलियासोत डैम भी लबालब हो चुका है. इसके 13 में से 10 गेट खोलकर पानी छोड़ा गया है.
  • कोलार डैम - सीहोर का कोलार डैम भी पूरा भर चुका है. इस डैम के 8 में से 4 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है.
  • मोहनपुरा - राजगढ़ के मोहनपुरा डैम के 17 में से 2 गेट को खोला गया है.
  • राजघाट - अशोकनगर के राजघाट डैम के 18 गेट हैं, इसमें से 12 गेट से पानी छोड़ा जा रहा है.
  • तवा डैम - नर्मदापुरम का तवा डैम भी पूरा भर चुका है. इसके 13 गेट हैं, जिसमें से 7 गेटों को खोला गया है.

नोट - डैम के गेटों की संख्या जलस्तर के आधार पर कम या ज्यादा हो सकती है.

इंदिरा सागर के खुलेंगे 8 गेट

नर्मदा के उपरी भाग में लगातार वर्षा एवं अपस्ट्रीम के बांधों से जल निकासी के कारण इंदिरा सागर बांध भी लबालब हो गया है. इस वजह से बांध प्रशासन अलर्ट पर है. नर्मदा में नाव संचालन पर रोक लगा दी गई है. घाटों पर मुनादी की जा रही है. बांध के 8 गेटों से 9252 क्यूमेक्स पानी छोड़ा जाएगा. इंदिरा सागर बांध के जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए 6 अगस्त दोपहर 3 बजे से बांध के 8 मुख्य स्पिल्वे गेटों को 2.5 मीटर तक खोल दिया जाएगा.

Major dams of Madhya Pradesh
महारानी लक्ष्मीबाई बांध भी लबालब (Etv Bharat)

प्रदेश भर में लगातार बारिश होने के कारण चंदेरी से 14 किलोमीटर दूर महारानी लक्ष्मीबाई बांध भी लबालब हो चुका है. जिसके कारण बांध के जल स्तर को सामान्य रखने के लिए लगभग 13 गेट खोल दिए गए हैं. जिससे बांध का जलस्तर सामान्य बना रहे. बांध से निकासी किए जा रहे पानी के कारण मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा को जोड़ने वाला पुल भी पूरी तरह से डूब चुका है.इस पुल से लगभग 48 घंटे से आवागमन पूरी तरह से बंद कर दिया गया है

Last Updated : Aug 6, 2024, 6:45 AM IST
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