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लंपी वायरस रिटर्न! कोटा में 16 गोवंश मिले पॉजिटिव, पशुपालन विभाग सतर्क - Lumpy Virus

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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : 2 hours ago

इस बार फिर प्रदेश में लंपी वायरस का खतरा मंडरा रहा है. कोटा में 4 दिनों में 16 मवेशी वायरस से संक्रमित पाए गए हैं, जिसके बाद पशुपालन विभाग भी सतर्क हो गया है.

लंपी वायरस के मामले
लंपी वायरस के मामले (ETV Bharat Kota)

कोटा : प्रदेश में साल 2023 में लंपी वायरस ने भयंकर हाहाकार मचाया था. इस कारण कई मवेशियों की जान भी गई थी. पशुपालन विभाग से लेकर राज्य सरकार तक इसको लेकर चिंतित थी. अब एक बार फिर लंपी वायरस के मामले सामने आए हैं. कोटा में बीते चार दिनों में 16 मवेशियों में लंपी वायरस की पुष्टि हुई है.

बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय मौखापाड़ा के कार्यवाहक उपनिदेशक डॉ. अखिलेश पांडे ने बताया कि बीते चार दिन में 16 मवेशी लंपी वायरस से संक्रमित होकर अस्पताल पहुंचे. इनमें से 12 मवेशी नगर निगम ने सड़कों से रेस्क्यू कर गौशाला में भेजा था. 7 को अस्पताल में भर्ती किया गया है. शेष 5 को नगर निगम के कायन हाउस में ही रखा गया है. वहीं, घर में पाले गए चार मवेशी भी लंपी से संक्रमित मिले हैं, जिनको दवा देने के बाद उनकी देखभाल उनके मालिक ही कर रहे हैं.

पढ़ें. गोशालाओं में पानी की किल्लत, टैंकरों से पहुंचाया जाएगा पानी, लंपी से बचाव के लिए शुरू होगा टीकाकरण - Water crisis in Cowshed

गायों के लंपी वायरस से संक्रमित मिलने के पशुपालन विभाग भी अब सतर्क हो गया है. डॉक्टर पांडे का कहना है कि एक सप्ताह पहले दवाइयां कम थीं, लेकिन दवाइयां अब आ गई हैं. अभी तक किसी भी गोवंश की इससे मौत नहीं हुई है. उन्होंने गोवंश पालकों से वैक्सीनेशन करवाने और संक्रमित गोवंश को खुला नहीं छोड़ने की अपील भी की है.

आइसोलेशन की रहती है जरूर : पशु चिकित्सक डॉक्टर ममता गुप्ता का कहना है कि दूसरे गोवंश में भी संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा होता है. लंपी वायरस एक गाय से दूसरे में तुरंत फैल जाता है, इसलिए संक्रमित गायों को आइसोलेशन में रखने की आवश्यकता होती है. चिकित्सालय में गायों को आइसोलेशन में दूर ही रखा गया है, जबकि नगर निगम को भी इसके लिए सावचेत किया गया है. संक्रमित मिली गायों के सैंपल भी लिए गए हैं, जिन्हें लैबोरेट्री में जांच के लिए भेजा गया. हालांकि, डॉ. गुप्ता का कहना है कि बीते साल जिस तरह के लक्षण नजर आए थे. उनसे कम लक्षण इस बार नजर आ रहे हैं. बड़े गोवंश की जगह छोटे गोवंश और बछड़े ही ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं.

कोटा : प्रदेश में साल 2023 में लंपी वायरस ने भयंकर हाहाकार मचाया था. इस कारण कई मवेशियों की जान भी गई थी. पशुपालन विभाग से लेकर राज्य सरकार तक इसको लेकर चिंतित थी. अब एक बार फिर लंपी वायरस के मामले सामने आए हैं. कोटा में बीते चार दिनों में 16 मवेशियों में लंपी वायरस की पुष्टि हुई है.

बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय मौखापाड़ा के कार्यवाहक उपनिदेशक डॉ. अखिलेश पांडे ने बताया कि बीते चार दिन में 16 मवेशी लंपी वायरस से संक्रमित होकर अस्पताल पहुंचे. इनमें से 12 मवेशी नगर निगम ने सड़कों से रेस्क्यू कर गौशाला में भेजा था. 7 को अस्पताल में भर्ती किया गया है. शेष 5 को नगर निगम के कायन हाउस में ही रखा गया है. वहीं, घर में पाले गए चार मवेशी भी लंपी से संक्रमित मिले हैं, जिनको दवा देने के बाद उनकी देखभाल उनके मालिक ही कर रहे हैं.

पढ़ें. गोशालाओं में पानी की किल्लत, टैंकरों से पहुंचाया जाएगा पानी, लंपी से बचाव के लिए शुरू होगा टीकाकरण - Water crisis in Cowshed

गायों के लंपी वायरस से संक्रमित मिलने के पशुपालन विभाग भी अब सतर्क हो गया है. डॉक्टर पांडे का कहना है कि एक सप्ताह पहले दवाइयां कम थीं, लेकिन दवाइयां अब आ गई हैं. अभी तक किसी भी गोवंश की इससे मौत नहीं हुई है. उन्होंने गोवंश पालकों से वैक्सीनेशन करवाने और संक्रमित गोवंश को खुला नहीं छोड़ने की अपील भी की है.

आइसोलेशन की रहती है जरूर : पशु चिकित्सक डॉक्टर ममता गुप्ता का कहना है कि दूसरे गोवंश में भी संक्रमण का खतरा काफी ज्यादा होता है. लंपी वायरस एक गाय से दूसरे में तुरंत फैल जाता है, इसलिए संक्रमित गायों को आइसोलेशन में रखने की आवश्यकता होती है. चिकित्सालय में गायों को आइसोलेशन में दूर ही रखा गया है, जबकि नगर निगम को भी इसके लिए सावचेत किया गया है. संक्रमित मिली गायों के सैंपल भी लिए गए हैं, जिन्हें लैबोरेट्री में जांच के लिए भेजा गया. हालांकि, डॉ. गुप्ता का कहना है कि बीते साल जिस तरह के लक्षण नजर आए थे. उनसे कम लक्षण इस बार नजर आ रहे हैं. बड़े गोवंश की जगह छोटे गोवंश और बछड़े ही ज्यादा संक्रमित मिल रहे हैं.

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