श्रीगंगानगर. रेल यात्रियों की सुविधा के लिए रेलवे विभाग लम्बी दूरी की दो ट्रेनों में एलएचबी रैक लगाने जा रहा है. बाड़मेर-ऋषिकेश-बाड़मेर व ऋषिकेश-श्रीगंगानगर-ऋषिकेश एक्सप्रेस रेल सेवाएं अब एलएचबी रैक से संचालित होंगी. यह रैक लग जाने से रेल यात्री पहले की तुलना में अधिक आरामदायक सफर कर सकेंगे.
उत्तर-पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी कैप्टन शशि किरण के अनुसार गाड़ी संख्या 14888/14887, बाड़मेर-ऋषिकेश-बाड़मेर एक्सप्रेस रेल सेवा बाड़मेर से दिनांक से 16.06.24 से एवं ऋषिकेष से दिनांक 18.06.24 से एलएचबी कोच से संचालित होगी. इसी तरह गाड़ी संख्या 14816/14815, ऋषिकेश-श्रीगंगानगर-ऋषिकेश एक्सप्रेस रेल सेवा ऋषिकेष से दिनांक से 17.06.24 से एवं श्रीगंगानगर से दिनांक 18.06.24 से एलएचबी कोच से संचालित होगी.
इन रेल सेवाओं में एलएचबी रैक के 01 सेकंड एसी, 04 थर्ड एसी, 04 द्वितीय शयनयान, 04 साधारण श्रेणी, 01 पॉवरकार व 01 गार्ड श्रेणी डिब्बों सहित कुल 15 डिब्बें होगें.
काफी आरामदायक होंगे एलएचबी कोच : जेडआरयूसीसी के पूर्व सदस्य भीम शर्मा ने बताया कि एलएचबी कोच संचालित होने के बाद रेल यात्रियों को काफी सुविधा मिलेगी. उन्होंने बताया कि यह जर्मन तकनीक है जो अधिकतर तेज रफ्तार वाली ट्रेनों में इस्तेमाल की जाती है. एलएचबी कोच पुराने आइसीएफ कोच से काफी आरामदायक होते हैं. इसके साथ साथ ट्रेन की स्पीड भी बढ़ेंगी.
उन्होंने बताया कि एलएचबी कोच में डबल सस्पेंशन होता है, जबकि आईसीएफ में ऐसा नहीं होता है. एलएचबी में एक्स्ट्रा सस्पेंशन भी दिया गया है. इसके साथ साथ इन कोच से दुर्घटना की संभावना कम रहती है, क्योंकि ये कोच आसानी से पटरी से नहीं उतरते. वहीं, दुर्घटना के समय कोच एक दूसरे पर नहीं चढ़ते. एलएचबी कोच यदि ट्रेन में लगे तो ट्रेन की स्पीड 150 किमी तक भी पहुंच सकती है. इन कोच को आईसीएफ कोच के मुकाबले दोगुने समय तक मेंटेनेंस की आवश्यकता नहीं रहती.